पिछड़े पाकिस्तान में जहर फैला रहा है भगोड़ा जाकिर नाइक

पिछड़े पाकिस्तान में जहर फैला रहा है भगोड़ा जाकिर नाइक

विश्व के देश आपसी सहयोग से आर्थिक तरक्की कर रहे हैं, वहीं पड़ौसी देश पाकिस्तान कट्टरपन और दकियानूसी सोच के चलते रसातल में जा रहा है। पाकिस्तान को जरूरत है विश्वस्तरीय ऐसे विशेषज्ञों की जोकि विकास के सभी क्षेत्रों में दिशा दे सकें। इसके विपरीत पहले से ही बदहाली के कुए में गिरे पाकिस्तान को गहरे अंधकूप में धकेलने का काम कर रहा है कथित धर्म प्रचारक जाकिर नाइक। भारत में मोस्ट वांडेड अपराधी जाकिर नाइक लोगों को धर्म के नाम पर बेतुकी और बेबुनियाद जानकारी देकर ज्यादा जाहिल बनाने का प्रयास कर रहा है। पाकिस्तान पहले ही बर्बादी के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में जाकिर नाइक जैसा अपराधी उसे और धक्का लगा रहा है।   

विश्व बैंक के मुताबिक पाकिस्तान में 40 प्रतिशत से ज़्यादा आबादी गरीबी रेखा से नीचे रहती है। साल 2023 में पाकिस्तान में गऱीबी दर 39 प्रतिशत हो गई थी। अर्थात एक साल के अंदर ही गऱीबी दर 34.2 प्रतिशत से बढ़कर 39.4 प्रतिशत हो गई। इस वजह से, 1.25 करोड़ और लोगों को गऱीबी रेखा से नीचे आना पड़ा था। इस तरह, अब पाकिस्तान में 9.5 करोड़ लोग गऱीबी में जी रहे हैं। पाकिस्तान आईएमएफ का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार है। पहले पाकिस्तान पांचवें नंबर पर था। पाकिस्तान जब से आजाद हुआ है, तब से आईएमएफ से मिलने वाला ये 23 बार कर्ज ले चुका है। 31 मार्च 2023 तक पाकिस्तान पर आईएमएफ का 7.4 अरब डॉलर का कर्जा था और पाकिस्तान आईएमएफ का पांचवां सबसे बड़ा कर्जदार था। नए तीन अरब डॉलर के कर्ज के साथ पाकिस्तान के ऊपर कुल 10.4 अरब डॉलर का कर्जा हो जाएगा। भारतीय करंसी में ये रकम 852.39 लाख करोड़ रुपये होती है। इस हिसाब से पाकिस्तान आईएमएफ का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार बन जाएगा। मुल्ले-मौलवियों के इस देश में 5 से 16 साल की उम्र के करीब 2.53 करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। इनमें से 1.88 करोड़ बच्चे ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। इन बच्चों में 53 प्रतिशत लड़कियां हैं। देश की इस बदहाली को दूर करने के लिए विश्व से विशेषज्ञों को आमंत्रित करने के बजाए पाकिस्तान की सरकार ने भारत के भगोड़े जाकिर नाइक को उपदेश देने के लिए देश का मेहमान बना कर बुलाया। कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में वांछित विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक इस्लामाबाद, कराची और लाहौर में अपनी व्याख्यान श्रृंखला के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच पाकिस्तान में मौजूद है। पाकिस्तान में सरकार के शीर्ष नेताओं ने उनकी अगवानी की, जिसमें पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के युवा कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मशहूद और धार्मिक मामलों के मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सैयद अता-उर-रहमान शामिल थे।

जाकिर नाइक अपने भड़काऊ भाषणों के लिए जाना जाता है और वर्तमान में भारत सरकार की राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा 2016 के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वांछित है। उस पर अपने नफरत भरे भाषण से लोगों को भड़काने का भी आरोप है। नाइक पीसटीवी नाम से एक चैनल चलाता है, जिसे उसके विवादास्पद स्वभाव के कारण भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका में प्रतिबंधित कर दिया गया है और इसके कारण उसे कनाडा और यूनाइटेड किंगडम में प्रवेश से भी वंचित कर दिया गया है। पाकिस्तान पहुंचे विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस पर अतिरिक्त सामान के लिए शुल्क माफ न करने को लेकर तीखा हमला किया। वह मलेशिया से पाकिस्तान यात्रा कर रहा था और एयरलाइन ने नाइक को केवल 50 प्रतिशत की छूट की पेशकश की। नाइक ने कहा कि उसके अपने देश में ऐसा कभी नहीं होता। उसने भारत की ओर इशारा करते हुए यह बात कही। इस्लामी उपदेशक की ये टिप्पणियां सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं। जहां कई यूजर्स ने जाकिर नाइक को ट्रोल किया और आलोचना की। यह इस्लामी उपदेशक 2016 में भारत से भागा हुआ है, जब बांग्लादेश में हुए आतंकवादी हमलों के बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। एक हमलावर ने कबूल किया था कि वह नाइक के यूट्यूब पर दिए गए उपदेशों से प्रभावित था। तब से नाइक मलेशिया में रह रहा है, जहां वह अपना उपदेश और व्याख्यान देना जारी रखे हुए है। भारत ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की है, लेकिन मलेशिया ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केंद्र सरकार ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा है, उसकी इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को बैन कर दिया और उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया। इससे पहले 20 अगस्त को भारत की यात्रा पर आए मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा था कि अगर भगोड़े प्रचारक जाकिर नाइक से जुड़े मामले में पर्याप्त सबूत पेश किए जाते हैं तो देश आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देगा। भारत से फरार होने के बाद जाकिर मलेशिया में रह रहा है।    

भगोड़ा इस्लामिक उपदेशक नाइक ने पाकिस्तान की यात्रा के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर मुज्जमिल इकबाल हाश्मी और अन्य सदस्यों के साथ मुलाकात की। नाइक, जब 30 सितंबर को पाकिस्तान पहुंचा था, तब लाहौर में आतंकवादी संगठन के सदस्यों द्वारा उसका गर्मजोशी से स्वागत किया गया था। पाकिस्तान में नाइक धर्म की आड़ में नफरत और कट्टरपन फैला रहा है।   

शरिया हुकूमत की बातें करने वाला जाकिर नाइक एक कार्यक्रम में अचानक भड़क गया। इस्लामाबाद में अनाथ बच्चों के लिए चैरिटी कार्यक्रम में जब अवॉर्ड देने का मौका आया तो जाकिर नाइक तिलमिला गया।   पाकिस्तान स्वीट होम का कार्यक्रम था और स्टेज पर जाकिर आया तो उसने अनाथ बच्चों को अवॉर्ड देने से मना कर दिया। जाकिर ने कहा कि ये लड़कियां ना-महरम हैं और इसलिए वह अवॉर्ड नहीं देगा। ना-महरम का मतलब एक तरह की अज्ञात पहचान, अनजान, पराया होता है। नाइक की इस हरकत से पाकिस्तान के जागरुक लोगों ने उसके खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया जताई। इस कार्यक्रम से कुछ घंटे पहले उसने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से गुफ्तगू की। शरीफ ने नाइक के इस्लामिक ज्ञान की तारीफ की और कहा कि वह व्यावहारिक और प्रभावशाली हैं। पाकिस्तानी चर्च सिनड (धर्मसभा) के अध्यक्ष बिशप रेव. डॉ. आजाद मार्शल ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को हाल ही में लिखे पत्र में डॉ. जाकिर नाइक की यात्रा के दौरान ईसाई समुदाय और उनकी आस्था के बारे में की गई टिप्पणियों के बारे में अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने पत्र में सरकार द्वारा नाइक की टिप्पणियों को लेकर खेद व्यक्त न करने की आलोचना भी की। बिशप ने कहा कि नाइक ने खुले तौर पर हमारे विश्वास की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया, हमारे पवित्र ग्रंथों को बदनाम किया और ऐसे बयान दिए जो ईसाई पादरियों और विद्वानों की मान्यताओं को कमजोर करते हैं। इसी तरह जाकिर ने औरतों की बेइज्जती करने में कसर नहीं छोड़ी। एक कार्यक्रम में नाइक ने कहा कि अविवाहित औरतें बाजारू होती हैं। इस टिप्पणी के बाद पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर खूब हंगामा हुआ।   

पाकिस्तान में लोगों को शरीयत और इस्लाम का पाठ पढ़ाने वाले मुल्ले-मौलवियों की कमी नहीं है। इनका दखल शासन-प्रशासन तक है। पाकिस्तान में विज्ञान, टेक्नोलॉजी और आधुनिक सोच का आज भी अभाव बना हुआ है। पाकिस्तान की अवाम, घरेलू आतंकवाद, गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी से जूझ रही है। पाकिस्तान के लोगों की आपराधिक हरकतों के कारण सऊदी अरब और यूएई जैसे इस्लामिक देश वीजा पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। कट्टरता का प्रचार-प्रसार कर रहे जाकिर नाइक ने इन तमाम मुद्दों पर एक लाइन की प्रतिक्रिया तक व्यक्त नहीं की। उसके धार्मिक भाषण लोगों के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं। लाचार और पिछड़ेपन की शिकार पाकिस्तान की जनता जाकिर जैसे ढोंगी लोगों का जब तक बहिष्कार नहीं करेगी तब तक पाकिस्तान हालात सुधर नहीं सकते। 


- योगेन्द्र योगी

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