मौसम में बदलाव होते ही वायु प्रदूषण ने एक बार फिर दिल्ली की राजनीति गरमा दी है। रविवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गयी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में सुबह नौ बजे 24 घंटे का औसत एक्यूआई 265 रहा। इन सब के बीच दिल्ली सीएम आतिशी आनंद विहार का दौरा करने पहुंचीं। उनके साथ दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय भी मौजूद थे। बता दें, आनंद विहार इलाके में एक्यूआई 445 गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है।
दिल्ली सीएम आतिशी ने उत्तर प्रदेश से आने वाली बसों को आनंद विहार में खराब होती वायु गुणवत्ता कारण बताया। उन्होंने यह भी कहा कि वह यूपी सरकार से इस मुद्दे पर बात करेंगी। आतिशी ने कहा, आनंद विहार दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर है। यहां पर दिल्ली के बाहर से भी बहुत बसें आती हैं, पास में कौशाम्बी बस अड्डा भी है। हम उत्तर प्रदेश सरकार से बात करेंगे, दिल्ली में ज्यादातर CNG और इलेक्ट्रिक बस चलती हैं। कौशाम्बी में ज्यादातर डीजल बसें चल रही हैं।
आतिशी ने दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रदूषण रोधी उपायों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा, दिल्ली में प्रदूषण रोधी उपायों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। हमने 99 टीमें बनाई हैं जो पूरी दिल्ली में धूल नियंत्रण उपायों को अंजाम दे रही हैं। हमने 325 से ज़्यादा स्मॉग गन तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पीडब्ल्यूडी और एमसीडी ने दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए अपने सभी संसाधन लगा दिए हैं।
आतिशी ने आगे कहा, मैंने और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण नियंत्रण के सभी उपायों की निगरानी के लिए व्यक्तिगत रूप से इलाके का दौरा किया है। इलाके की सभी सड़कों की मरम्मत की गई है ताकि किसी भी तरह की धूल न उड़े। भीड़भाड़ वाले इलाकों से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया है।
यमुना नदी के बढ़ते प्रदूषण स्तर पर भी आतिशी ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, हरियाणा और उत्तर प्रदेश बिना किए फैक्ट्री वेस्ट यमुना में डालता है। आज से दिल्ली जल बोर्ड वहां एक ड्राइव चला रही है। उसके तहत वहां पर फोम को कम किया जाएगा। वो चाहे काम खराब करने की कोशिश करें लेकिन दिल्ली सरकार हमेशा लोगों के लिए समाधान निकालती है।