उत्तरप्रदेश के हरदोई शहर में लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे युवक और युवती के बीच अपने घर के बाहर हो रही तकरार में पुलिस ने विलेन का किरदार अपना लिया। रात्रि गश्त को निकली पुलिस की नजर दोनों पर पड़ पड़ गई।जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने युवक को पकड़ लिया और युवक को जबरन पुलिस चौकी ले आई।दोनों युवक और युवती का आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने युवक को छोड़ने के एवज में 20 हजार की रिश्वत मांगी,गयी । रिश्वत ना दे पाने पर युवक को पुलिस चौकी से थाने ले जाने के लिए जबरिया गाड़ी में बैठाने को लेकर मारपीट की गई जबकि बीच सड़क पर युवक और युवती छोड़ देने की गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिस कर्मियों ने उनकी एक न सुनी।ऐसे में बगैर किसी शिकायत के युवक को पीटने के बाद उसके खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।अब पूरे प्रकरण का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस अधिकारी पुलिस कर्मियों की हरकत पर पर्दा डालने में जुटे हैं और आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं।
मामला हरदोई जिले में थाना कोतवाली शहर क्षेत्र के अंतर्गत शहर के मोहल्ला मंगली पुरवा का है।दरअसल नोएडा का रहने वाला अशोक दीपन और हरदोई की रहने वाली शहनाज नोएडा में एक आईटी कंपनी में जॉब करते थे।दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हुआ जिसके बाद दोनों करीब पांच माह पूर्व हरदोई आकर युवती के घर लिव इन रिलेशनशिप में एक साथ रहने लगे।बीतीरात दोनों के बीच किसी बात को लेकर घर के दरवाजे पर नोकझोंक होने लगी।इस दौरान रात्रि गश्त पर निकली पुलिस की नजर दोनों पर पड़ गई।फिर क्या था पुलिस कर्मियों ने युवक को पकड़ लिया और पिटाई के बाद जबरन गाड़ी में डालकर रेलवेगंज पुलिस चौकी लेकर आए।युवक और युवती के मुताबिक उनकी इंगेजमेंट हो चुकी है और 2 महीने बाद उनकी शादी है,घर के दरवाजे उनकी नोकझोंक हुई तो पुलिसकर्मी उन्हें जबरन पुलिस चौकी लेकर आए।यहां अशोक दीपन को छोड़ने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई।रिश्वत न दे पानी पर पुलिस ने उसे कोतवाली ले जाने के लिए पुलिस जीप में बिठाने को लेकर मारपीट की और गालियां दी।इस दौरान युवक युवती छोड़ देने के लिए पुलिस से गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिस ने उनकी एक ना सुनी और मारपीट कर जबरिया गाड़ी में डालकर कोतवाली ले गई।यहां पुलिस ने बीएनएस की धारा 170 के तहत शांति भंग में आज उसका चालान कर दिया।
इस पूरे घटनाक्रम के वीडियो सामने आने बाद अब पुलिस अधिकारी पुलिस कर्मियों की हरकत पर पर्दा डालने में जुटे हैं।अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी मार्तंड प्रकाश सिंह का कहना है कि युवक और युवती के लगाए गए आरोप निराधार हैं।ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि दोनो के बीच अगर घर के दरवाजे पर नोकझोंक हो रही थी तो युवक को पीट कर पुलिस चौकी और पुलिस चौकी से दोबारा मारपीट कर गाड़ी में बिठाकर कोतवाली ले जाकर शांति भंग में कार्रवाई करना क्या वाजिब है।फिलहाल पुलिस की कार्रवाई को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं।