रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को जिले के दमगुडेम वन क्षेत्र में भारतीय नौसेना के बहुत कम आवृत्ति (वीएलएफ) रडार स्टेशन की आधारशिला रखी। उन्होंने इस दौरान कहा कि नौसेना के वीएलएफ स्टेशन में जब परिचालन शुरू हो जाएगा तो यह समुद्री बलों के लिए महत्वपूर्ण होगा। यह देश में नौसेना का दूसरा वीएलएफ संचार ट्रांसमिशन स्टेशन है। तेलंगाना सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में आईएनएस कट्टाबोम्मन रडार स्टेशन अपनी तरह का पहला स्टेशन था।
स अवसर पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। राजनाथ ने कहा कि मैं, इस वीएलएफ स्टेशन के निर्माण से जुड़े हुए सभी हितधारक को अपनी ओर से बधाई देता हूँ। इसके साथ ही मैं तेलंगाना सरकार का, विशेषकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री, ए रेवंत रेड्डी जी का भी उनके विशेष योगदान के लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि जब यह वीएलएफ स्टेशन अपने निर्माण के बाद कार्यात्मक हो जाएगा तो, यह हमारे समुद्री सेना के लिए अनेक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। मेरी नज़र में, इस प्रकार के उच्च तकनीक बुनियादी ढांचा सिर्फ एक सैन्य प्रतिष्ठान ही नहीं होते, बल्कि इनका रणनीतिक भूमिका इन्हें राष्ट्रीय महत्व का दर्जा देता है।
राजनाथ ने कहा कि चाहे वह साधारण परिस्थिति हो या फिर असाधारण परिस्थिति, हर स्थिति में किसीभी कमांड सेंटर का उससे जुड़े हुए सभी लोगों के बीच सूचना के निर्बाध प्रवाह का होना बहुत जरूरी है। और इस प्रकार के संचार के लिए ऐसे केंद्र बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की आज जन्म जयंती भी है। डॉ. कलाम ने भारत के डिफ़ेन्स सेक्टर में जो महान योगदान किया है उसे लंबे समय तक याद किया जाएगा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि इतिहास भी इस बात का गवाह है, कि जिस भी देश ने दुनिया मेंअपनी विशेष पहचान बनाई, जो शक्तिशाली बने, उन्होंने एक समय में समुद्र पर हावी होना जरूर किया। फ्रांसीसियों, पुर्तगालियों और अंग्रेजों ने समुद्र में अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराई। इस रणनीतिक प्रभुत्व, तथा, संसाधनों की प्रतिस्पर्धा में, अगर भारत को अपना ब्याज सुरक्षित करना है, तो हमारे पास प्लेटफार्म और उपकरण का होना तो जरूरी है ही, उसके साथ-साथ एक संचार प्रणाली का मज़बूत होना भी आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय नौसेना को, लगातार और भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, तथा उसके लिए जो भी आवश्यक कदम है, वह उठाने के लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा कि जहाँ तक इस प्रोजेक्ट की बात है, तो चाहे इसके निर्माण की बात हो, या फिर इस प्रोजेक्ट के निर्माण के बाद, इसके प्रोजेक्ट की बातहो, हर क्षेत्र में पर्यावरणीय स्थितियाँ का पूरा ध्यान रखा गया है। हमने इस बात का भी ध्यान रखा है, कि इस वीएलएफ स्टेशन के निर्माण के समय, अगर कहीं जरूरत हुई तो, प्रभावित नागरिकों के पुनर्वास की भी व्यवस्था सुनिश्चित करना की जाएगी।