महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल इस साल नवंबर में समाप्त हो रहा है, जबकि 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा। महा विकास अघाड़ी (एमवीए), जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) शामिल हैं, का लक्ष्य पश्चिमी राज्य में सत्ता हासिल करना है। सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की तरफ से बयान सामने आया है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि सीट बंटवारे की बैठक अभी पूरी तरह से पूरी नहीं की गई है। 288 सीटों पर महा विकास अघाड़ी चुनाव लड़ेगी। चुनाव को लेकर हमारी पूरी तैयारी है।
सात एमएलसी नियुक्त किए जाने पर उन्होंने कहा कि यह चुनावी जुमला है। किस प्रकार संवैधानिक व्यवस्था से बेइमानी की जाती है भाजपा यह पूरे देश को सिखा रही है। जब वे सुप्रीम कोर्ट की भी नहीं सुन रहे है तो यह दर्शाता है कि पावर का दुरुपयोग करना भाजपा का काम है। महाराष्ट्र में 2022 में सरकार बदलने और शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद नये मंत्रिमंडल ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि वह पिछली सरकार की ओर से सौंपी गई 12 नामों की लंबित सूची को वापस ले रहा है। पांच सितंबर 2022 को राज्यपाल ने मंत्रिमंडल के फैसले को स्वीकार कर लिया और सूची मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को वापस कर दी गई।
सात एमएलसी सीट में से सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को तीन और शिवसेना तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को दो-दो सीटें मिली हैं। भाजपा की ओर से नव मनोनीत सदस्यों में राज्य महिला इकाई की प्रमुख चित्रा वाघ, प्रदेश महासचिव विक्रांत पाटिल और बंजारा समुदाय के आध्यात्मिक नेता बाबूसिंह महाराज राठौड़ शामिल हैं। राकांपा ने पूर्व विधायक पंकज भुजबल और पश्चिमी महाराष्ट्र के लोकप्रिय अल्पसंख्यक चेहरे इदरीस नाइकवाड़ी को, जबकि शिवसेना ने पूर्व एमएलसी मनीषा कायंदे और पूर्व लोकसभा सदस्य हेमंत पाटिल को मनोनीत किया है।