बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवादा में कथित आगजनी की जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि इसमें दलित समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया था। जमीन विवाद को लेकर बुधवार शाम कथित तौर पर करीब 80 घरों में आग लगा दी गई। नीतीश कुमार ने बिहार के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को नवादा जाकर घटनास्थल का निरीक्षण करने का आदेश दिया है। घटना पर सीएम नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक भी की। बैठक में उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। घटना की जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक तथ्यान्वेषी दल भी मौके पर भेजा गया था। सत्तारूढ़ जद (यू) के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि दलितों को डरना नहीं चाहिए, जबकि विपक्ष ने बिहार सरकार पर उनकी रक्षा करने में सक्षम नहीं होने का आरोप लगाया। एक वीडियो संदेश में, रंजन ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी आश्वासन दिया। घटना पर टिप्पणी करते हुए, नवादा के जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष कुमार वर्मा ने बताया, “जिला पुलिस ने घरों में आग लगाने के आरोप में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। आगे की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, और शेष संदिग्धों को पकड़ने के लिए तलाशी जारी है। क्या हुआ है बिहार के नवादा जिले में बुधवार शाम जमीन विवाद को लेकर लोगों के एक समूह ने करीब 21 घरों में आग लगा दी। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि घटना मुफस्सिल थाना अंतर्गत मांझी टोला इलाके में हुई। नवादा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनव धीमान ने संवाददाताओं को बताया, “शाम करीब साढ़े सात बजे सूचना मिली कि नवादा के मांझी टोला इलाके में कुछ घरों में आग लगा दी गई है। पुलिस अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियों को भी लगाया गया। आग बुझाने में कुछ समय लगा।” वहीं ग्रामीणों ने बताया कि शाम करीब सात बजे पुलिस का एक दल आया और घरों में आग लगाना शुरू कर दिया।