आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित से सत्ता छीनने के एक दशक बाद दिल्ली को एक महिला मुख्यमंत्री मिलने वाली है। अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों की बैठक में अपने उत्तराधिकारी के रूप में वरिष्ठ आप नेता और मंत्री आतिशी का नाम प्रस्तावित किया। शुक्रवार को जेल से रिहा हुए केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की कि वह पद से इस्तीफा दे देंगे और तभी लौटेंगे जब लोग उन्हें ईमानदारी का प्रमाण पत्र देंगे। आतिशी के नाम के ऐलान के बाद भाजपा आप पर हमलावर हो गई है। बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने न चाहते हुए भी उन्हें सीएम बनाया। मनीष सिसोदिया के दबाव के कारण वह अपना मनचाहा सीएम नहीं बना सके। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें सारे विभाग भी मनीष सिसोदिया की वजह से ही दिए गए थे। उनके दबाव में आतिशी को सीएम बनाया गया है। चेहरा बदल गया है लेकिन भ्रष्ट चरित्र वैसा ही है और दिल्ली की जनता जवाब मांगेगी। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि आप सरकार उस व्यक्ति का समर्थन करती है जिसके परिवार ने अफजल गुरु की फांसी रोकने की कोशिश की थी। भंडारी ने कहा कि दिल्ली की जनता कभी भी नक्सली समर्थकों को स्वीकार नहीं करेगी। आप यह दिखाना चाहती है कि वह महिलाओं के साथ डमी और कठपुतली जैसा व्यवहार करती है, जैसा कि सौरभ भारद्वाज कहते रहे हैं कि नया सीएम कठपुतली सीएम होगा। दिल्ली की जनता इसका करारा जवाब देगी। बीजेपी नेता हरीश खुराना ने कहा कि मैं डमी सीएम आतिशी को बधाई देता हूं। इसके बाद भी दिल्ली के हालात नहीं बदलेंगे। भ्रष्टाचार चरम पर रहेगा। मैं आतिशी को चुनौती देता हूं कि वह जल्द चुनाव की सिफारिश करें।