इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट की सीरीज में 4-1 की जीत के बाद टीम इंडिया (Team India) फिर रेड बॉल क्रिकेट खेलती नजर आएगी. भारत और बांग्लादेश (India Vs Bangladesh) के बीच दो टेस्ट की सीरीज का आगाज 19 सितंबर से चेन्नई में होने जा रहा है. दूसरा टेस्ट 27 सितंबर से कानपुर में होगा. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंतर्गत हो रही इस सीरीज में भारत-बांग्लादेश की भिड़ंत को वैसे तो ‘बेमेल मुकाबला’ माना जा रहा है लेकिन पाकिस्तान को दो टेस्ट में उसके घरू मैदान पर पर ‘क्लीन स्वीप’ करने के बाद बांग्लादेशी टीम का मनोबल सातवें आसमान पर है. यही कारण है कि रोहित शर्मा ब्रिगेड को हासिल कुछ ‘एज’ के बीच माना जा रहा है कि नजमुल हसन शंतो की टीम इस सीरीज में कड़ा मुकाबला दे सकती है. मौजूदा दौरे के लिए आई बांग्लादेश टीम, बैटिंग और बॉलिंग-दोनों डिपार्टमेंट में संतुलित है. इसमें मुशफिकुर रहीम, मेहदी हसन मिराज, शाकिब अल हसन व लिटन दास जैसे मैचविनर के अलावा तस्कीन अहमद, नाहिद राणा और हसन मेहमूद जैसे अच्छे बॉलर भी हैं. छह फीट से अधिक ऊंचाई के 21 साल के नाहिद राणा पर सबकी नजर है जो लगातार 140 KM/H की रफ्तार से गेंद फेंक सकते हैं और उन्हें भविष्य का प्लेयर माना जा रहा है. चेन्नई में टीम इंडिया बना सकती है हार से ज्यादा जीत का रिकॉर्ड टीम इंडिया के लिए यह सीरीज एक अन्य कारण से भी अहम है. भारतीय टीम यदि चेन्नई टेस्ट जीतने में सफल रही तो 92 वर्ष की क्रिकेट हिस्ट्री में पहली बार हार से ज्यादा जीत हासिल कर लेगी.1932 से 2024 तक टीम इंडिया ने 579 टेस्ट खेले हैं जिसमें 178 जीत मिली हैं और इतनी ही हार जबकि एक टेस्ट टाई और 222 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं. दूसरी ओर बांग्लादेश ने अपने 144 टेस्ट में से महज 21 में जीत हासिल की है जबकि 105 में हार मिली है. 18 टेस्ट ड्रॉ समाप्त हुए हैं. टेस्ट क्रिकेट में फिलहाल ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान ने ही टेस्ट में हार से ज्यादा जीत दर्ज की हैं. भारत को टेस्ट में अब तक नहीं हरा सका बांग्लादेश भारत और बांग्लादेश अब तक टेस्ट में 13 बार आमने-सामने आए हैं जिसमें 11 बार भारतीय टीम जीती है और दो मैच ड्रॉ रहे हैं. मौजूदा सीरीज में निश्चित ही बांग्लादेश, जीत के 24 साल के इंतजार को खत्म करने को बेताब होगा. दोनों देश के बीच टेस्ट में पहला मुकाबला नवंबर 2000 में ढाका में हुआ था जिसे भारत ने 9 विकेट से जीता था. टीम इंडिया ने आखिरी बार दिसंबर 2022 में मीरपुर में हुए मैच में बांग्लादेश को 3 विकेट से शिकस्त दी थी. टीम इंडिया के कई प्लेयर्स को बड़ी उपलब्धियों का इंतजार लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को ‘टारगेट’ करके भारतीय सिलेक्टर्स ने इस सीरीज के लिए मजबूत टीम चुनी है. विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह इसमें शामिल हैं. मौजूदा सीरीज टीम इंडिया के कई प्लेयर्स के लिए महत्वपूर्ण निजी उपलब्धियों की सौगात दे सकती है, इसमें विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और आर. अश्विन शामिल हैं. विराट कोहली : 113 टेस्ट में अब तक 8 हजार 848 रन बना चुके विराट (Virat Kohli) इस सीरीज में 152 रन बनाते ही 9 हजार टेस्ट रन का आंकड़ा छू लेंगे. सीरीज में उनके पास ब्रेडमैन के 29 शतकों के रिकॉर्ड को भी पार करने का मौका है. वे अभी टेस्ट शतकों के मामले में डॉन की बराबरी पर हैं. यही नहीं, सीरीज में 58 रन बनाते ही विराट इंटरनेशनल क्रिकेट में 27 हजार रन पूरा कर लेंगे. सचिन, संगकारा और पोंटिंग ही इस आंकड़े तक पहुंच पाए हैं. रवींद्र जडेजा : 72 टेस्ट में 294 विकेट ले चुके ‘जड्डू’ (Ravindra Jadeja) 6 विकेट लेते ही न सिर्फ 3000 विकेट का आंकड़ा छुएंगे बल्कि कीवी डेनियल वेटोरी के बाद 300 विकेट और 3 हजार रन के क्लब में शामिल होने वाले दूसरे बाएं हाथ के स्पिनर बन जाएंगे. स्पिनरों में वेटोरी के अलावा वॉर्न और अश्विन (दोनों दाएं हाथ के स्पिनर) ही यह कमाल कर पाए हैं. आर अश्विन : दो मैच की सीरीज में अश्विन (100 टेस्ट में 516 विकेट) यदि 15 विकेट ले पाए जो ऑस्ट्रेलिया के नाथन लायन ( 129 टेस्ट में 530 विकेट) को पीछे छोड़ देंगे. अश्विन (R Ashwin) यदि सीरीज में दो बार पारी में 5 या अधिक विकेट लेने में सफल रहे तो इस मामले में शेन वॉर्न को पीछे छोड़ देंगे. 145 टेस्ट खेले वॉर्न ने पारी में 37 बार पारी में 5 या अधिक विकेट लिए हैं जबकि अश्विन अब तक 100 टेस्ट में 36 बार ऐसा कर चुके हैं. बांग्लादेश की ‘चौकड़ी’ कहीं बन न जाए खतरा! दोनों देशों के टेस्ट इतिहास की बात करें तो बांग्लादेश के मौजूदा प्लेयर्स में भारत के खिलाफ रनों के मामले में विकेटकीपर बैटर मुशफिकुर रहीम (8 टेस्ट में 604, औसत 43.14, दो शतक), शाकिब अल हसन (8 टेस्ट में 376 रन,औसत 26.85, तीन अर्धशतक) और लिटन दास (5 टेस्ट में 296, औसत 37.85, एक अर्धशतक) टॉप 3 पोजीशन पर हैं. बॉलिंग डिपार्टमेंट में शाकिब (8 टेस्ट में 21 विकेट, एक बार पारी में 5 या ज्यादा विकेट) पहले और मेहदी हसन मिराज (5 टेस्ट में 14 विकेट, एक बार पारी में 5 या ज्यादा विकेट) दूसरे नंबर पर हैं. भारतीय प्लेयर्स को इस चौकड़ी से इस बार भी सावधान रहना होगा. मो. अशरफुल (6 टेस्ट में 386 रन) व महमूदुल्लाह (5 टेस्ट में 347 रन) बैट और मो. रफीक (5 टेस्ट में 15 विकेट) गेंद से भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन ये मौजूदा टीम का हिस्सा नहीं हैं. भारत के मौजूदा बैटरों में विराट चमके, रोहित का खराब रिकॉर्ड टीम इंडिया के मौजूदा बैटर्स में से ज्यादातर अब तक बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट नहीं खेले हैं. मौजूदा बैटर्स में विराट कोहली (6 टेस्ट में 437 रन, औसत 54.62, दो शतक) रनों के मामले में नंबर वन हैं जबकि आर अश्विन (6 टेस्ट) और शुभमन गिल (2 टेस्ट) 157-157 रनों के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं. रवींद्र जडेजा (तीन टेस्ट) और ऋषभ पंत (2 टेस्ट)ने 148-148 रन बनाए हैं. कप्तान रोहित शर्मा का प्रदर्शन बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में खराब रहा है और वे तीन टेस्ट में केवल 23 रन ही बना पाए हैं. बॉलिंग की बात करें तो मौजूदा भारतीय प्लेयर्स में अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ 6 टेस्ट में सर्वाधिक 23 विकेट लिए हैं जबकि कुलदीप यादव व अक्षर पटेल 8-8 विकेट ले चुके हैं. ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो भारत की ओर से बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में सर्वाधिक रन सचिन तेंदुलकर (7 टेस्ट में 820 रन, औसत 136.66, 5 शतक) ने बनाए हैं जबकि सबसे ज्यादा विकेट जहीर खान (7 टेस्ट में 31 विकेट, औसत 24.25, पारी में दो बार 5 विकेट, एक बार मैच में 10 विकेट) के नाम पर हैं. राहुल द्रविड़ ने बांग्लादेश के खिलाफ 7 टेस्ट में 560 और चेतेश्वर पुजारा ने 5 टेस्ट में 468 रन बनाए हैं. बॉलिंग में ईशांत इस टीम के खिलाफ 7 टेस्ट में 25 और उमेश यादव ने 6 टेस्ट में 22 विकेट लिए हैं. इरफान पठान के नाम दो टेस्ट में 18 और अनिल कुंबले के नाम पर 4 टेस्ट में 15 विकेट दर्ज हैं.