New Delhi: भारतीय मुस्लिमों पर जुल्म, ईरान के बयान पर भारत की दो टूक- पहले अपने गिरेबान में झांकें

New Delhi: भारतीय मुस्लिमों पर जुल्म, ईरान के बयान पर भारत की दो टूक- पहले अपने गिरेबान में झांकें

भारत ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर की गई टिप्पणियों की सोमवार को कड़ी निंदा की. भारत ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां गलत सूचना पर आधारित हैं और इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को दूसरों के बारे में कुछ भी कहने से पहले अपना रिकॉर्ड देखना चाहिए. ईरान पहले अपना रिकॉर्ड देखे: एमईए उन्होंने कहा कि हम ईरान के सर्वोच्च नेता के भारत में अल्पसंख्यकों के संबंध में की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं. रणधीर जायसवाल ने कहा कि अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को सलाह दी जाती है कि वे दूसरों के बारे में कोई भी गलतबयानी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देखें. मुसलमानों की पीड़ा पर बात दरअसल खामेनेई ने सोमवार को तेहरान में मौलवियों की एक सभा को संबोधित करते हुए गाजा, म्यांमा और भारत में मुसलमानों की पीड़ा के बारे में बात की थी. उन्होंने एक्स पर कहा कि हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते अगर हम म्यांमा, गाजा, भारत या किसी अन्य स्थान पर किसी मुसलमान द्वारा झेली जा रही पीड़ा से अनजान हैं. सुप्रीम लीडर खामेनेई की आलोचना हालांकि मानवाधिकार के मामले में खासकर सुन्नी मुसलमानों, जातीय अल्पसंख्यकों और महिलाओं के संबंध में ईरान को अक्सर आलोचना का सामना करना पड़ता रहता है. धार्मिक स्वतंत्रता के मामले पर ईरान के अपने ट्रैक रिकॉर्ड के कारण सुप्रीम लीडर खामेनेई की टिप्पणियों की आलोचना हो रही है. जानकारी के मुताबिक ईरान में अल्पसंख्यक सुन्नी मुसलमानों को लगातार तेहरान जैसे शहरों में मस्जिद बनाने का अधिकार नहीं दिया गया. साथ ही सरकारी और धार्मिक संस्थानों में भारी भेदभाव का सामना करना पड़ता है.

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