जयपुर. राजस्थान में भारी बारिश का कोहराम जारी है. भारी बारिश के चलते अजमेर और धौलपुर में स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई है. मौसम विभाग ने आज फिर से पूर्वी राजस्थान के सात जिलों में अतिभारी और सात जिला भारी बारिश की चेतावनी दी है. आईएमडी ने अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, करौली और बारां जिले में अतिभारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं अजमेर, भीलवाड़ा, बूंदी, जयपुर, झालावाड़, कोटा और टोंक में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. इनके अलावा कई अन्य जिलों में जोरदार बारिश होने के आसार जताए गए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक वेलमार्क लो प्रेशर फिर से और तीव्र होकर डिप्रेशन में बदल गया है. यह वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश के ऊपर बना हुआ है. इसके आगामी 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम (NW) दिशा में पश्चिमी यूपी की ओर आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है. इसके असर से पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में आगामी 3-4 दिन तक मानसून के सक्रिय रहने के आसार बने हुए हैं. इसके चलते इस इलाके में तेज बारिश हो सकती है. वहीं कोटा और भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी से अतिभारी बारिश हो सकती है. आज और कल चल सकता है भारी बारिश का दौर मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में इन दो संभागों के अलावा तीन अन्य संभागों जयपुर, अजमेर और उदयपुर में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. भरतपुर, जयपुर, कोटा और अजमेर संभाग में अतिभारी से भारी बारिश का दौर 12-13 सितंबर दो दिन लगातार चल सकता है. राजस्थान में आगामी 14 और 15 सितंबर से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी. धौलपुर और अजमेर में चला बारिश का दौर राजस्थान में बुधवार को धौलपुर और अजमेर में बारिश का दौर चला. इससे वहां पहले से ही बाढ़ जैसे हो रहे हालात और बिगड़ गए. दोनों जिलों में आज सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं. धौलपुर में तो कल सुबह शुरू हुआ बारिश का दौर देर रात तक चला. करीब 18 घंटे तक हुई बारिश से लोग खौफ में आ गए. धौलपुर में मूसलाधार बारिश से दो अलग-अलग जगह मकान के गिरने से बड़े हादसे हो गए. धौलपुर में मकान ढहने से महिला की मौत धौलपुर में पहला हादसा बसेड़ी थाना क्षेत्र के लेबाडापुरा गांव में हुआ. वहां कच्चे मकान की दीवार ढह गई. इससे घर में सो रही रामकटोरी कुशवाहा की मलबे में दबने से मौत हो गई. दूसरा हादसा धौलपुर कोतवाली थाना इलाके में हुआ. वहां भी एक मकान भरभरा कर गिर गया. गनीमत रही कि जिस वक्त हादसा हुआ उस समय घर के लोग बाहर खड़े थे. लिहाजा वो बच गए.