मेकर्स के खिलाफ एक और केस, बिना परमिशन यूज की अटल बिहारी वाजपेयी-परवेज मुशर्रफ की फुटेज

मेकर्स के खिलाफ एक और केस, बिना परमिशन यूज की अटल बिहारी वाजपेयी-परवेज मुशर्रफ की फुटेज

मुंबई: अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 के हाईजैक की घटना पर आधारित है. फ्लाइट काठमांडू से दिल्ली जा रही थी, लेकिन आतंकवादी इसे हाईजैक कर कंधार ले गए. नेटफ्लिक्स पर इस सीरीज का 29 अगस्त, 2024 को प्रीमियर हुआ. 6 एपिसोड वाली इस सीरीज में पैसेंजर की दर्दनाक पीड़ा को दर्शाया गया है. सीरीज में विजय वर्मा, दीया मिर्जा और नसीरुद्दीन शाह जैसे दिग्गज कलाकार हैं. इस सीरीज स्ट्रीम होने के बाद से कानून पचड़े में फंसी हुई है. बीजेपी समेत कई संगठन इस सीरीज में आतंकियों को हिंदू दिखाने पार आपत्ति जता रहे हैं. तमाम विवादों के बीच न्यूज एजेंसी एएनआई मेकर्स के खिलाफ एक केस दर्ज करवाया है. एजेंसी का आरोप है कि मेकर्स ने बिना परमिशन के उनकी आर्काइव फुटेज का इस्तेमाल किया है. बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के मुंबातिक, एएनआई ने नेटफ्लिक्स और ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ के निर्माताओं के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. इस मुकदमे में आरोप लगाया गया कि कथित तौर पर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और जनरल परवेज मुशर्रफ समेत कई प्रमुख हस्तियों के फुटेज को उचित लाइसेंस के बिना दिखाया गया है. एएनआई के वकील सिद्धांत कुमार ने इस पर कहा कि उनके कॉपीराइट कंटेंट और ट्रेडमार्क के गैर कानूनी तरीके से सीरीज में इस्तेमाल किया गया. सीरीज आलोचना हो रही है. इससे एजेंसी की इमेज भी खराब हुई है. दिल्ली हाईकोर्ट में होगी सुनवाई एएनआई द्वारा दायर मुकदमे को दिल्ली हाईकोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और मामले की सुनवाई निर्धारित की है. बता दें, अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज में हाईजैकर्स को एक खास धर्म से दिखाया गया है, जिसकी वजह से इसकी खूब आलोचना हो रही है. कुछ लोगों का कहना है कि हाईजैक करने में शामिल आतंकवादियों को गलत तरीके से दिखाया गया है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय के कहने पर मेकर्स ने जोड़ा डिस्क्लेमर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भी नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट प्रमुख मोनिका शेरगिल को सीरीज से जुड़े विवादों को लेकर पूछताछ के लिए तलब किया गया. इसके बाद ओपनिंग क्रेडिट में एक डिस्क्लेमर जोड़ा गया, जिसमें हाईजैकर्स की पहचान क्लियर करने के लिए उनके रियल नाम भी बताए गए.

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