कानपुर के पास कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले की जांच कर रही यूपी एटीएस, आईबी और एनआईए की टीमों को शक है कि यह वारदात कुख्यात आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने अंजाम दिया है. घटना स्थल से मिले तथ्यों और सबूतों के आधार पर आशंका जताई गई है कि ISIS के खुरासन मॉड्यूल ने इस वारदात को अंजाम दिया है. फिलहाल इस मामले में पकड़े गए दोनों आरोपियों से यह टीमें लगातार पूछताछ कर रही हैं. हालांकि अभी तक इन आरोपियों को कुछ खास खुलासा नहीं किया है. इसके पीछे भी खुरासन मॉड्यूल की कार्यप्रणाली को ही जिम्मेदार बताया जा रहा है. मामले की जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक अभी यह खुलासा प्राथमिक जांच में हुआ है. अभी भी कई तथ्यों की पड़ताल होनी बाकी है. अधिकारियों के मुताबिक जिस मॉड्यूल पर शक है, उसके आतंकी कट्टरपंथी होते हैं और वुल्फ अटैक करते हैं. वह साल 2017 में मध्य प्रदेश में इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. यूं मिले टेरर लिंक इसके बाद ही इस मॉड्यूल के एक आतंकी सैफुल्लाह को लखनऊ में एनकाउंटर किया गया था. उस समय सैफुल्लाह के पास भी इसी तरह के संदिग्ध सामान मिले थे, जो कानपुर में रेलवे ट्रैक पर मिले हैं. मामले की जांच के दौरान मिले टेरर लिंक के आधार पर एजेंसियों ने जांच का दायरा बढ़ा लिया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जिस किसी ने इस वारदात की साजिश रची है, वह ‘सेल्फ रेडिक्लाइज’ है. उसे खुरासन मॉड्यूल ने ब्रेन वॉश कर इस तरह की वारदातों के लिए तैयार किया है. फरतुल्लाहघोरी ने दी ट्रेनिंग अधिकारियों के मुताबिक इस मॉड्यूल के सूत्रधार अपने आतंकियों को सोशल मीडिया के जरिए जेहादी बनाते हैं. इस दौरान उनका पूरी तरह से ब्रेन वॉश कर दिया जाता है, और ऐसी बातें उनके दिमाग में भर दी जाती हैं कि वह कट्टरपंथी बन जाते हैं. इतना सबकुछ होने के बाद उन्हें बम बनाने और हमले करने और खुद सुसाइड बंबर बनने तक की ट्रेनिंग देते हैं. पुलिस को मिले इनपुट के मुताबिक इस वारदात के मास्टरमाइंड को भी ISIS कमांडर फरतुल्लाहघोरी ने पाकिस्तान में बैठकर ऑनलाइन ट्रेंड किया है. हाल ही में उसने ऑडियो क्लिप भेज कर भारत में ट्रेन पलटने के आदेश दिए थे.