नयी दिल्ली। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अपनी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत के किसानों से जुड़े विवादित बयान से असहमति जताए जाने के बाद सोमवार को कहा कि यदि सत्तारूढ़ दल अपनी सांसद की टिप्पणियों से असहमत है तो उन्हें पार्टी से बाहर करे। कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि सरकार को कंगना के इस दावे पर स्पष्टीकरण देना चाहिए कि अमेरिका और चीन देश के अंतर अस्थरिता की साजिश कर रहे थे।
भाजपा ने सोमवार को अभिनेत्री व सांसद कंगना रनौत के उस बयान से असहमति जताते हुए किनारा कर लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार तथा हत्याएं हो रही थीं। भाजपा के केंद्रीय मीडिया विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पार्टी ने मंडी की सांसद को हिदायत भी दी कि वह इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी नेता ने आज तक अन्नदाताओं के खिलाफ उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं था जो कंगना रनौत ने किए हैं।’’ उनका कहना था, ‘‘कंगना के बयान पर आक्रोश पैदा हुआ तो भाजपा से उसका आधिकारिक रुख के बारे में पूछा गया। हरियाणा का चुनाव का नजदीक है और पता है कि भाजपा हारने जा रही है। ऐसे में भाजपा की तरफ से एक बयान आया जिसमें कंगना की टिप्पणियों से असहमति जताई गई।’’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर यह भाजपा का मत नहीं है तो कंगना को पार्टी से निकालिए। उन्होंने कहा, ‘‘जिसने किसानों के बारे में यह बात की है उसे संसद में बैठने का हक नहीं है। कंगना से कहिए कि वह किसानों से माफी मांगें या फिर भाजपा माफी मांगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपकी (भाजपा) सांसद कह रही हैं कि दो विदेशी ताकतें अमेरिका और चीन, भारत में अस्थिरता एवं अशांति पैदा करने की साजिश कर रहे थे। विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को बताना चाहिए कि क्या यह सच है? अगर यह सच नहीं है तो सरकार बताना चाहिए कि ऐसा नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार का स्पष्टीकरण आना चाहिए। सुप्रिया ने कहा कि अगर विदेशी ताकतें देश में अशांति पैदा कर रही हैं तो नरेन्द्र मोदी सरकार कमजोर है।