पश्चिम बंगाल में कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद वहां हुई तोड़फोड़ के संबंध में पुलिस द्वारा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कुछ नेताओं को कथित तौर पर भेजे गए नोटिस के विरोध में पार्टी की छात्र, युवा और महिला शाखाओं ने रैली निकाली।
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया(डीवाईएफआई) और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वूमैन एसोसिएशन (एआईडीडब्ल्यूए) की पश्चिम बंगाल राज्य समितियों ने भारी बारिश के बीच कॉलेज परिसर के पास से लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली।
पुलिस ने माकपा की शाखाओं के रैली को बीच में ही रोकने के लिए अवरोधक लगा दिए। संगठनों ने विरोध रैली का आह्वान करते हुए दावा किया कि पुलिस ने 15 अगस्त की सुबह सरकारी अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के संबंध में उनके कुछ नेताओं को नोटिस भेजा है।
यहां जूनियर चिकित्सक एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार-हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और अपने कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग कर रहे थे। रैली में शामिल हुए लोगों ने प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के परिजनों को न्याय दिए जाने की मांग करते हुए तख्तियां भी पकड़ी हुई थीं।