उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी एक बिजनेसमैन और उसकी बीवी ने गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली. दोनो बाइक से हरिद्वार पहुंचे. फिर यहां उन्होंने एक सेल्फी ली. सुसाइड नोट वो लेकर आए थे. उस सुसाइड नोट और सेल्फी को अपने एक दोस्त को WhatsApp पर भेजा. उसके बाद पति-पत्नी ने गंगा नदीं में छलांग लगा दी. पति का शव पुलिस ने बरामद करके परिजनों को सौंप दिया. जबकि, पत्नी का शव अभी तक पुलिस को नहीं मिल पाया है. उसकी तलाश की जा रही है.
दंपति ने जो सुसाइड नोट छोड़ा है, उसके मुताबिक दोनों कर्ज से परेशान थे. इसी कारण उन्होंने यह कदम उठाया. साथ ही ये भी लिखा कि हमारी दो प्रॉपर्टी हैं. उन्हें हम अपने दोनों बच्चों को देना चाहते हैं. तब तक बच्चों की परवरिश उनके नाना-नानी करेंगे. क्योंकि हमें किसी और पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक सर्राफ व्यापारी का नाम सौरभ बब्बर था. उसकी पत्नी का नाम मोना बब्बर था. घटना वाले दिन यानि 10 अगस्त को दोनों बाइक से करीब 100 किमी की दूरी तय कर हरिद्वार पहुंचे फिर वहां आखिरी बार साथ में एक सेल्फी ली, उसे सुसाइड नोट के साथ दोस्त के व्हाट्सएप पर सेंड किया. इसके बाद गंगा में छलांग लगा दी.
जिस दोस्त के व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट और फोटो शेयर किया था उसने तुरंत सौरभ बब्बर के परिजनों को बताया और परिजन तुरंत पुलिस के पास पहुंचे. जिसके बाद सौरभ और मोना को ढूंढने का प्रयास शुरू हुआ. काफी कोशिश करने के बाद हरिद्वार के रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में गंग नहर से सौरभ का शव मिल गया. सौरभ का शव मिलने के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. लेकिन अभी पत्नी मोना बब्बर का शव नहीं मिला है. पुलिस और गोताखोर मोना की तलाश कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि व्यापारी सौरभ के ऊपर करोड़ों रुपये कर्ज हो गया था. ब्याज की किस्तों से वो परेशान हो गए थे. मजबूरी में उन्होंने अपनी पत्नी मोना के साथ हरिद्वार की गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में सौरभ ने लिखा- कर्ज में डूबे हुए हैं, ब्याज दे-देकर परेशान हो चुके हैं. अब हमसे और ब्याज नहीं दिया जाता. इसलिए मौत को गले लगाने जा रहे हैं. जहां से भी आत्महत्या करेंगे वहां से सेल्फी भेज देंगे.
मोना के शव को तलाश रहे गोताखोर
सौरभ का शव कल (12 अगस्त) गंगा नदी से मिला है लेकिन अभी उसकी पत्नी का कोई पता नहीं चल सका है. इस घटना के बाद से व्यापारी के परिवार में कोहराम मचा हुआ है. सौरभ के शव को सहारनपुर लाकर अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, उनकी पत्नी की तलाश पुलिस और गोताखोर कर रही है.
सौरभ बब्बर का शव पुलिस को परिजनों ने बताया- सौरभ-मोना की शादी लगभग 18 साल पहले हुई थी और इनके दो बच्चे हैं. बड़ी लड़की 12 साल की है और लड़का 7 साल का है जो दिव्यांग है. सौरभ किशनपुरा मार्केट में ज्वैलरी का काम करता था. साथ ही कमेटी सिस्टम (किस्तों पर पैसे उधार लेना) भी चलाता था. करीब 5 कमेटियां सौरभ ने चला रखी थी. एक कमेटी में 200 मेंबर थे और एक मेंबर की ₹2000 की किस्त थी. सभी कमेटियों की मियाद पूरी हो चुकी थी और सभी को पैसे देना था.
मौत से पहले घरवालों को कॉल
एक तरफ व्यापार में घाटा हो रहा था. तो वहीं, कमेटी वालों को भी पैसे देना था. कर्ज करोड़ों का था लेकिन सौरभ के पैसे थे ही नहीं. कर्जदार उसे परेशान करने लगे. इन सबसे तंग आकर सौरभ ने खौफनाक कदम उठा लिया. वह पत्नी को बाइक पर बैठाकर सहारनपुर से करीब 100 किलोमीटर हरिद्वार पहुंचा और वहां जाकर गंगा में छलांग लगा दी. पड़ोसियों का कहना है कि सौरभ बहुत ही नेक इंसान था. हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वो ऐसा खौफनाक कदम भी उठा सकता है.