उत्तर प्रदेश के बिजनौर में हिजाब और बुर्का पहनकर स्कूल जाने वाली छात्राओं को स्कूल से बाहर निकाल देने का मामला सामने आया है. जिसको लेकर छात्राओं और उनके अभिभावकों ने नाराजगी जाहिर की है. ये मामला थाना कोतवाली देहात के जनता इंटर कॉलेज महुआ गांव का है. सोमवार 12 जुलाई को स्कूल में प्रार्थना के बाद प्रिंसिपल शिवेंद्र पाल सिंह ने हिजाब और बुर्का पहनकर कर स्कूल पहुंची छात्राओं को वापस उनके घर भेज दिया.
इस दौरान प्रिंसिपल शिवेंद्र पाल ने छात्राओं से कहा कि वो घर जाकर अपने अभिभावकों को लेकर स्कूल आएं. प्रिंसिपल का कहना है कि स्कूल में सभी छात्र छात्राएं निर्धारित स्कूल ड्रेस कोड में आएं. अगर कोई छात्रा हिजाब, बुर्का पहनकर आएगी तो उसे वापस घर भेज दिया जाएगा.
छात्राओं ने प्रिंसिपल पर लगाया आरोप
वहीं बुर्के और हिजाब पहनकर स्कूल पहुंची छात्राओं ने प्रिंसिपल के इस फैसले का विरोध करते हुए अपना पक्ष रखा. छात्राओं आरोप है कि महुआ गांव में स्थित जनता इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल शिवेंद्र पाल सिंह ने सोमवार सुबह प्रार्थना के समय मुस्लिम समाज की कुछ छात्राओं को जो बुर्का और हिजाब पहनकर स्कूल के प्रेयर ग्राउंड पहुंची थी लेकिन उन्हें स्कूल से बाहर निकाल कर घर वापस भेज दिया गया. छात्राओं ने ये भी बताया कि प्रिंसिपल ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए उनसे कहा कि अब बुर्का और हिजाब उतार कर ही स्कूल में आना है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
स्कूल से निकाले जाने के बाद हिजाब पहनी स्कूली छात्राओं का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. प्रिंसिपल के स्कूल से बाहर निकालने के बाद जब छात्राएं स्कूल से बाहर आई तो वहां पर मौजूद किसी छात्रा के परिजन ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया.
स्कूल प्रिंसिपल ने दी सफाई
वहीं इस पूरे प्रकरण की सूचना मिलने पर मामले की जांच करने के लिए डीआईओएस जय करण यादव खुद स्कूल पहुंचे. इस संबंध में उन्होंने अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन उनका मानना है स्कूलों में शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार नियम कायदे लागू कराए जाते हैं. इधर स्कूल प्रिंसिपल शिवेंद्र पाल सिंह का कहना है कि सभी बच्चों के परिजनों से बात हो गई है. परिजन जिस तरह अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहेंगे वैसे भेज सकते हैं मुझे कोई आपत्ति नही है. उन्होंने कहा कि वो सिर्फ अनुशासन के लिए कॉलेज ड्रेस कोड के अनुसार ड्रेस की अनिवार्यता लागू कराना चाहते हैं.