बिहार सीमा पर नरही क्षेत्र में ट्रक चालकों को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली की गतिविधियों के जवाब में उत्तर प्रदेश सरकार ने बलिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) और एडिशनल एसपी का तबादला कर दिया है और सदर के डिप्टी एसपी को निलंबित कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई 25 जुलाई को की गई छापेमारी के बाद की गई है, जिसमें दो पुलिसकर्मियों समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और दो अन्य को निलंबित किया गया था।
सरकार के बयान में यह भी कहा गया है कि सदर के डिप्टी एसपी, नरही थाने के एसएचओ और पुलिस चौकी प्रभारी की संपत्तियों की सतर्कता जांच की जाएगी। बयान में कहा गया है कि बिहार सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा वाहनों से अवैध वसूली का खुलासा होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ सख्त कार्रवाई की है।
रंगदारी कांड के बीच वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला
इसका संज्ञान लेते हुए बलिया के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी का तबादला कर उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है, जबकि डीएसपी सदर शुभ सूचित को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले पुलिस उप महानिरीक्षक (आजमगढ़ जोन) वैभव कृष्ण ने संवाददाताओं को बताया कि सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा रंगदारी वसूलने की कई शिकायतें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (वाराणसी जोन) पीयूष मोर्डिया को मिली थीं।
इस मामले पर डीआईजी ने क्या कहा?
डीआईजी कृष्ण ने कहा कि छापेमारी के दौरान रंगदारी वसूलने वाले दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि तीन अन्य भागने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि 16 बिचौलियों को भी हिरासत में लिया गया है। कृष्ण ने कहा कि रंगदारी वसूलने वाले गिरोह ने प्रत्येक वाहन से 500 रुपये वसूले। उन्होंने कहा कि अनुमान है कि हर रात करीब 1,000 वाहन सीमा पार करते हैं, जो अवैध संचालन की सीमा को उजागर करता है।