सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने पिछले पांच साल में मादक पदार्थों की तस्करी में ‘‘डार्कनेट और क्रिप्टोकरेंसी’’ के इस्तेमाल से जुड़े 92 मामले दर्ज किए हैं।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को यह जानकाी दी। उन्होंने कहा, मादक पदाथों की तस्करी के लिए डार्कनेट, क्रिप्टोकरेंसी और पार्सल व कूरियर का इस्तेमाल देखा गया है।
उन्होंने कहा कि 2020 से 2024 (अप्रैल तक) के बीच एनसीबी ने मादक पदार्थों की तस्करी में ‘‘डार्कनेट और क्रिप्टोकरेंसी’’ के इस्तेमाल के संबंध में 92 मामले दर्ज किए हैं। राय ने कहा कि इस अवधि के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी में पार्सल और कूरियर से जुड़े 1,025 मामले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रवृत्ति से निपटने के लिए एक विशेष कार्यबल का गठन किया गया है। ‘‘डार्क नेट’’ सामान्य वेबसाइट के विपरीत ऐसा नेटवर्क होता है जिस तक लोगों के चुनिंदा समूहों की पहुंच होती है।