भारत से करीब 13 हजार किलोमीटर दूर अमेरिका स्थित है। करीब 4 महीने बाद वहां राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन के दौर से बाहर होने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में भारतीय मूल की कमला हैरिस का नाम सामने आया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने राष्ट्रपति पद के लिए पार्टी का नामांकन जीतने के लिए पर्याप्त डेमोक्रेटिक प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल कर लिया है। हैरिस को अब तक पहले मतपत्र पर नामांकन जीतने के लिए आवश्यक 1,976 से अधिक प्रतिनिधियों का समर्थन प्राप्त है। कमला हैरिस अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर चुकी हैं और जल्द ही पूरे अमेरिका में अपने दौरे की शुरुआत करेंगी। बहरहाल, कमला हैरिस की उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा जब भी हो लेकिन आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि उनकी जीत के लिए भारत के एक गांव में पूजा और प्राथर्ना का दौर शुरू हो चुका है।
तमिलनाडु के तिरुवरुर जिले में कमला हैरिस के पैतृक गांव थुलसेंद्रपुरम में उत्साह बढ़ रहा है। लोग भगवान से कमला हैरिस की जीत की दुआं मांग रहे हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उनके समर्थन के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति के पोस्टर लगाए गए हैं। ये पोस्टर श्री धर्म संस्था मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगाए गए थे। वह गांव, जिसने हैरिस की 2020 की उपराष्ट्रपति जीत का जश्न बड़े उत्साह से मनाया था, एक बार फिर प्रत्याशा से भरा हुआ है।
2020 में उनके अमेरिकी उपराष्ट्रपति चुने जाने पर उनकी प्रार्थनाओं को पूरा करने के लिए ईश्वर को धन्यवाद देने के लिए गांव में स्थित धर्म सस्ता मंदिर में एक विशेष पूजा भी की गई थी। एक समूह ने पटाखे फोड़कर और मिठाइयां बांटकर भी जश्न मनाया। अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की पहली भारतीय मूल की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की जड़ें उनके दादा और पूर्व भारतीय राजनयिक पीवी गोपालन के पैतृक गांव थुलसेंद्रपुरम में हैं।