हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में जजपा नेता एवं सैनी मोर्ट्स के मालिक रवींद्र सैनी (Ravinder Saini Murder) की हत्या के विरोध में शुक्रवार को हांसी बंद रहा. सुबह से ही चंडीगढ़ (Chandigarh) में प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई. मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री (CM Nayab Saini) ने परिवार की तीन मांगों पर सहमति जताई. ऐसे में अब सरकार सैनी परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देगी. उधर, मांगें पूरी होने के बाद सैनी के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
उधर, रवींद्र सैनी की अंतिम शव यात्रा में शहर के सभी संगठनों के लोगों सहित हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे. रवींद्र सैनी के बेटे नवदीप ने अपने पिता रवींद्र सैनी की चिता को मुखाग्नि दी.
दरअसल, सभी व्यापारी संगठन और परिवार के लोग एक व्यक्ति को नौकरी, मुआवजा और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे और इस कारण शव का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े हुए थे. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने परिवार के लोगों को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया था. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ दो दौर की वार्ता हुई. पहले दौर की वार्ता में सभी मांगों पर सहमति नहीं बनी थी, लेकिन दूसरे दौर की वार्ता के बाद मांगों पर सहमति बनने के बाद फोन से सूचना हांसी परिवार के लोगों को दी गई.
इसके बाद शव का अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री से मिलने के लिए हांसी से 12 लोगों का दल पहुंचा था. इसमें विधायक विनोद भयाना, व्यापारी नेता प्रवीन तायल, पूर्व मंत्री अतर सिंह सैनी, अशोक सैनी, अनिल चावला, मनोज सैनी, पृथ्वी सैनी, रवींद्र के भाई कृष्ण सैनी व चाचा धर्मपाल सैनी शामिल थे.
व्यापारी नेता प्रवीण तायल ने कहा कि जो मांगें थी, वह मुख्यमंत्री जी ने मान ली. हांसी के भाजपा विधायक विनोद भयाना ने बताया कि मुख्यमंत्री ने एक व्यक्ति को नौकरी, सहायता राशि और आरोपियों की गिरफ्तारी पर हामी भरी है. उधर, रविंद्र सैनी के भाई कृष्ण ने बताया कि हमारे मुख्यमंत्री जी के साथ बातचीत हुई है और जो भी हमारी मांगें थी, वह सब मान ली है और अब भाई का अंतिम संस्कार कर दिया है.
क्या है मामला
रविंद्र सैनी का हांसी में सैनी हीरो एजेंसी का शोरूम है. बुधवार की शाम वह शोरूम के बाहर खड़े थे, जहां 3 बदमाश पैदल आए और उन्हें गोलियां मार दी. इसके बाद वे चौथे साथी के साथ बिना नंबर की बाइक पर बैठकर भाग निकले। इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुका है.