बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी स्कूलों में 8 जुलाई से सभी शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का सर्कुलर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी किया गया है. इस सर्कुलर के जारी होने के बाद टीचर इसका लगातार विरोध करना शुरू कर दिए हैं. जगह-जगह धरना प्रदर्शन और काली पट्टी बांधकर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. इसी बीच, गाजीपुर के मोहम्मदाबाद के अलग-अलग स्कूलों के 70 शिक्षकों ने संकुल शिक्षक पद से इस्तीफा दे दिया है.
टीचरों का कहना है कि बारिश की वजह से नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. गांवों में पानी घुसने लगा है. ऐसे में स्कूल भी बाढ़ के पानी में घिर जाएंगे. इसके बाद स्कूलों पर पहुंच पाना मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में उस कठिन परिस्थिति में ऑनलाइन उपस्थिति कैसे दर्ज हो जाएगी. प्रदर्शन कर रहे एक शिक्षक ने बताया कि स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति से हमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन हमारी जो मूल समस्या है, उसका भी समाधान होना चाहिए. जैसे ट्रांसफर, प्रमोशन सालों से लंबित है.
शिक्षकों ने बताई अपनी समस्या
एक शिक्षक ने बताया कि खराब सड़क से होकर स्कूल जाना पड़ता है. इस वजह से आए दिन टीचर सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं. छुट्टी की नियमावली में ईएल और हाफ डे अवकाश होनी चाहिए, जो कि नहीं है.
बीआरसी पर पहुंचे 14 न्याय पंचायतों से जुड़े संकुल शिक्षकों ने कहा कि वह सिर्फ ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करा रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर जारी समस्त निर्देशों का पालन कर रहे हैं. बावजूद आंदोलन को दबाने व कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. बीआरसी के अधिकारी निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों का उत्पीड़न कर रहे हैं. शिक्षकों ने कहा कि वह शिक्षण कार्य करते रहेंगे, लेकिन सरकार के डिजिटल उपस्थिति के विरोध में अपने पद से सामूहिक इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. टीचरों ने खंड शिक्षा अधिकारी दीनानाथ साहनी को अपना इस्तीफा सौंपा.
क्या होता है संकुल शिक्षक पद? अधिकारी ने बताया
इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव से बात की गई तो उन्होंने इस तरह के सामूहिक इस्तीफे की जानकारी नहीं होने की बात कही. साथ ही बताया कि यह पद ग्रामीण इलाकों में विभागीय कार्य को संचालन करने के लिए प्रत्येक न्याय पंचायत में पांच शिक्षकों को दिया जाता है, जिसमें महत्वपूर्ण कार्य यू डायस प्रपत्र को भरवाना है.
मोहम्मदाबाद में टीचरों ने इसको लेकर एक बैठक की. इस बैठक में राजीव कुमार ओझा,मनोहर यादव धर्मेंद्र यादव ,केशरी कुमार राय,राजीव प्रधान,बालाजी राय,आशीष कुमार राय, झारखंडे यादव, प्रिया पांडेय, बंशीधर राय, लल्लन सिंह यादव आदि शामिल रहे.