लोकसभा के स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच बात अटकती दिख रही है. जहां सरकार का दावा है कि वह स्पीकर पद के लिए सर्वसहमति बनाने का प्रयास कर रही है, वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार इंडिया गठबंधन के नेताओं को अपमानित कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से विपक्ष को उचित व्यवहार करने की नसीहत देने और सकारात्मक सहयोग करने की अपील के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दो टूक जवाब दिया है.
राहुल गांधी ने कहा कि आज अखबारों में यह छपा है कि पीएम मोदी ने कहा था कि विपक्ष को सरकार का सकारात्मक रूप से सहयोग करना चाहिए. राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे को फोन किया है और उनके स्पीकर पद के लिए समर्थन मांगा है. पूरे विपक्ष ने कहा है कि वे एनडीए के स्पीकर उम्मीदवार का समर्थन करेंगे, लेकिन परंपरा यह है कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाना चाहिए.
राहुल ने कहा कि विपक्ष के इस जवाब पर राजनाथ सिंह ने कहा था कि वह फिर से मल्लिकार्जुन खड़गे को कॉल करेंगे लेकिन अभी तक उनका कॉल नहीं आया है. पीएम विपक्ष से सहयोग मांगते हैं लेकिन हमारे नेताओं को अपमानित किया जा रहा है.
गौरतलब है कि एनडीए ने इस बार फिर से 17वीं लोकसभा के स्पीकर रहे ओम बिड़ला को 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष के तौर पर उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है. वहीं विपक्ष चाहता है कि डिप्टी स्पीकर का पद उसे मिले. अगर सरकार और विपक्ष के बीच सहमति बन जाती है तो ओम बिड़ला को निर्विरोध स्पीकर चुन लिया जाएगा.