आईसीसी टी20 वर्ल्डकप 2024 (T20 World cup 2024) में अब तक बैटरों का वह जलवा देखने को नहीं मिला जिसका फैंस को इंतजार था. इसकी वजह वेस्टइंडीज और अमेरिका के विकेटों का धीमा और आउट फील्ड का स्लो होना है. ज्यादातर मैच लो-स्कोरिंग रहे हैं. बॉलरों के बैटर पर प्रभुत्व को इसी बात से समझा जा सकता है कि टूर्नामेंट में अब एक दर्जन से कम मैच बाकी हैं और केवल चार बार 200+ का स्कोर देखने को मिला है. ऐसे भी मैच देखने को मिले जिसमें भारत, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश की टीमों ने 120 से कम के स्कोर को डिफेंड किया.
रन ही नहीं, चौकों-छक्कों के मामले में भी यह वर्ल्डकप, क्रिकेटप्रेमियों को मजा नहीं दे पाया है. सुपर 8 के बांग्लादेश-ऑस्ट्र्रेलिया मैच (टूर्नामेंट का 44वां मैच) तक 729 चौके और 389 छक्के ही देखने को मिले हैं. प्रति मैच छक्कों का औसत 8.84 और चौकों का 16.56 के आसपास है जबकि आमतौर पर टी20I में इससे अधिक छक्के और चौके तो कई बार किसी एक मैच की एक पारी में लग जाते हैं. यह स्थिति तब है जब सुपर 8 राउंड से सारे मुकाबले वेस्टइंडीज शिफ्ट हो चुके हैं जहां के विकेट अमेरिका की तुलना में बैटिंग के लिए बेहतर हैं. उम्मीद यही कर सकते हैं कि ग्रुप मैचों में बॉलरों का राज रहने के बाद अब आगे के मैचों में बैटरों का राज चलेगा और चौकों-छक्कों की ‘बारिश’ देखने की फैंस की इच्छा पूरी होगी.
टूर्नामेंट में अब तक लगे कम छक्कों का असर दिग्गज बैटरों के ‘बही-खाते’ में भी दिख रहा है. तूफानी बैटिंग के लिए मशहूर कुछ नामी बैटरों का छक्के का ‘खाता’ अब तक इस टूर्नामेंट में खाली है, इसमें सुपर 8 में पहुंची ऑस्ट्रेलिया टीम के मैथ्यू वेड (Matthew Wade), बांग्लादेश टीम के शाकिब-अल-हसन (Shakib Al Hasan) और भारत के रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) शामिल हैं. वेड का यह चौथा टी20 वर्ल्डकप है जबकि शाकिब अब तक के सभी 9 टी20 वर्ल्डकप में खेले हैं. जडेजा का भी यह छठा टी20 वर्ल्डकप है.
वेड ने शाहीन की गेंदों पर लगातार 3 छक्के लगाकर बटोरी थी तारीफ
ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बैटर वेड ने इस टी20 वर्ल्ड कप के 5 मैचों की दो पारियों में 15 गेंदों पर 140.00 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं लेकिन उनके बैट से अब तक छक्का नहीं निकला है. यह सही है कि वेड को अब तक खेलने के लिए ज्यादा पारियां और गेंदें नहीं मिली हैं लेकिन उनकी छवि शुरुआत से ही बॉलर्स पर हावी होकर खेलने वाले बैटर की है. टूर्नामेंट के विकेट धीमे हैं और गेंद कई बार रुककर आ रही है, ऐसे में यह संभव नहीं हो पा रहा. बता दें, वेड 90 टी20I में 46 छक्के लगा चुके हैं. वे 2021 के टी20 वर्ल्डकप के सेमीफाइनल के 19वें ओवर की आखिरी तीन गेंदों पर पाकिस्तान के शाहीन अफरीदी को लगातार छक्के लगाकर ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में पहुंचा चुके हैं. इस वर्ल्डकप के फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर ऑस्ट्रेलियाचैंपियन बनी थी. इस मैच में वेड ने महज 17 गेंदों पर दो चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 41 रनों कीपारी खेली थी और खेल का रुख पलटते हुए टीम की जीत संभव बनाई थी.
96 गेंद खेले लेकिन अब तक 6 नहीं लगा पाए शाकिब
दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक शाकिब अब तक 127 टी20I में 52 छक्के लगा चुके हैं. मौजूदा वर्ल्डकप की बात करें तो 5 मैचों में 96 गेंदों का सामना करते हुए उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से 100 रन (औसत 25.00, स्ट्राइक रेट 104.16) बनाए हैं लेकिन इसमें एक भी छक्का नहीं है. टी20 वर्ल्डकप के 41 मैचों में शाकिब ने अब तक 73 चौकों व 23 छक्कों की मदद से 842 रन बनाए हैं जबकि सबसे अधिक 49 विकेट लिए हैं. इन दोनों की तरह भारत के रवींद्र जडेजा भी अब तक इस टूर्नामेंट में छक्का नहीं लगा सके हैं. इन तीनों प्लेयर की टीमें सुपर 8 में स्थान बना चुकी हैं. उम्मीद है कि आगे के मैचों में फैंस इन्हें छक्का लगाते देख सकेंगे.
छक्का नहीं लगा सके अन्य बैटरों में मेंडिस, ‘चाचा’ और रचिन भी
वैसे तो टी20 वर्ल्डकप 2024 में एक भी छक्का नहीं लगा सके बैटरों की सूची खासी लंबी है. इसमें श्रीलंका के कुसल मेंडिस, न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र और पाकिस्तान के इफ्तिखार अहमद जैसे धाकड़ बैटरों के नाम शामिल है. इन सभी बैटरों की टीमें सुपर 8 में स्थान नहीं बना सकी हैं. इसमें से कुसल मेंडिस (Kusal Mendis) 67 टी20I में 134.40 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 1629 रन बना चुके हैं जिसमें 74 छक्के हैं. बहरहाल, इसे खराब पिचों का परिणाम मानें या खराब फॉर्म, मौजूदा वर्ल्डकप के तीन मैचों में कुसल 67 गेंदें खेलकर 25 के औसत से 75 रन ही बना सके. वे कोई भी छक्का नहीं लगा पाए.
चाचा’ के नाम से मशहूर पाकिस्तान के इफ्तिखार (Iftikhar Ahmed) से भी टी20 वर्ल्डकप में बल्ला रूठा रहा. वे दो मैचों में महज 25 रन ही बना पाए. इफ्तिखार अब तक 66 T20I में 44 छक्के लगा चुके हैं. वर्ल्डकप (वनडे) 2023 में धमाकेदार प्रदर्शन से हर किसी की आंखो का ‘नूर’ बने न्यूजीलैंड के भारतीय मूल के प्लेयर रचिन रवींद्र (Rachin Ravindra) भी इस टी20 वर्ल्डकप को बुरा सपना मानकर भूलना पसंद करेंगे. तीन मैचों में एक बार नाबाद रहते हुए 17 रन ही बना पाए जिसमें न कोई छक्का है और न कोई चौका. टी20 वर्ल्डकप 2024 के ‘स्तरहीन’ पिचों ने कई और बैटरों को भी इसी तरह शर्मसार किया है. बता दें, भारत में पिछले साल हुए वर्ल्डकप (वनडे) में रचिन रवींद्र टॉप-4 बैटरों में थे. उन्होंने 10 मैचों में तीन शतकों के साथ 578 रन बनाए थे जिसमें 17 छक्के थे. इसी तरह कुसल मेंडिस ने वनडे वर्ल्डकप ने 15 और इफ्तिखार ने 8 छक्के लगाए थे.