भारतीय क्रिकेट फैंस को गुरुवार 20 जून को एक बुरी खबर सुनने को मिली. टीम इंडिया के लिए खेलने वाले पूर्व तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन की अचानक मौत की खबर सामने आई. भारतीय टीम के मौजूदा मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और पूर्व कोच अनिल कुंबले के साथ खेल चुके इस पूर्व गेंदबाज की मौत अपने घर की बालकोनी से गिरने की वजह से हुई. 52 साल के खिलाड़ी ने कर्नाटक की तरफ से फर्स्टक्लास खेलते हुए भारतीय टीम में जगह बनाई थी.
सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी की कप्तानी में अपना डेब्यू करने वाले डेविड जॉनसन का करियर ज्यादा लंबा नहीं चला. 52 साल के इस खिलाड़ी के गुरुवार को अपने घर की बालकोनी से गिरने की वजह से मौत हो गई. इस पूर्व गेंदबाज के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं. भारत के लिए सिर्फ 2 टेस्ट मैच खेलने वाले जॉनसन अपने घर के पास में ही क्रिकेट अकादमी चला रहे थे.
कुंबले, श्रीनाथ और प्रसाद के साथी
16 अक्टूबर 1971 में कर्नाटक में जन्में इस तेज गेंदबाज ने अपनी स्टेट टीम कर्नाटक की तरफ से खेलते हुए पहचान बनाई. फर्स्टक्लास मैच खेलने वाले इस तेज गेंदबाज का करियर इंटरनेशनल क्रिकेट में अच्छा नहीं रहा. 157.8 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद डालने वाले डेविड कर्नाटक की उस मजबूत गेंदबाजी इकाई का हिस्सा थे जिसमें भारत के दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ और वेंकटेश प्रसाद के साथ खेला करते थे.
2 महीने में खत्म डेविड का इंटरनेशनल करियर
डेविड जॉनसन ने साल 1996 में 10 अक्टूबर को भारत की तरफ से अपना पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. इस मुकाबले में माइकल स्लेटर को अपना शिकार बनाया था. इसी साल दिसंबर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वो अपना दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच खेलने उतरे. इस मुकाबले में वो दो विकेट ही ले पाए. इसके बाद वह टीम इंडिया से बाहर हो गए. डेविड जॉनसन ने कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी खेलते हुए 39 मैच में 125 विकेट झटके. 33 लिस्ट ए मुकाबलों में उनके नाम कुल 41 विकेट रहे. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में जॉनसन के नाम एक शतक जो उनके करियर की सबसे बड़ी पारी रही.