आम धारणा है कि टी20 क्रिकेट ऊर्जावान युवा प्लेयर्स के लिए ज्यादा ‘सूट’ करता है. इसका कारण यह है कि इस फॉर्मेट का खेल काफी ‘तेज गति’ से होता है जिसमें ‘रनिंग बिटवीन द विकेट’ और फील्डिंग के लिए जबर्दस्त फिटनेस और रिफ्लेक्सेस की जरूरत होती है. एक हद तक यह बात सही भी है लेकिन खेलकौशल के धनी उम्रदराज प्लेयर्स ने भी इस फॉर्मेट में सफलता का परचम लहराया है. टी20 वर्ल्डकप 2024 (T20 World Cup 2024) के ग्रुप मैचों में रहमनुल्लाह गुरबाज, निकोलस पूरन, फजलहक फारूकी, अर्शदीप सिंह और तंजीम हसन शाकिब जैसे युवाओं के जोरदार प्रदर्शन के बीच कुछ उम्रदराज प्लेयर्स भी चमक दिखाने में कामयाब रहे हैं.
इन ‘बुजुर्ग’ प्लेयर्स में से कई टूर्नामेंट के सुपर 8 राउंड में भी खेलते नजर आएंगे. मौजूदा वर्ल्डकप में जिन उम्रदराज प्लेयर ने अपने खेल से खास असर छोड़ा है, उसमें ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर, न्यूजीलैंड के टिम साउदी, स्कॉटलैड के टिम बेंरिंगटन, वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल और बांग्लादेश के शाकिब अल हसन शामिल हैं. इसमें से वॉर्नर, शाकिब और रसेल की टीमें अंतिम आठ में स्थान बना चुकी हैं.
पारी में सबसे ऊंचा स्ट्राइक रेट वॉर्नर के नाम
37 साल के डेविड वॉर्नर (David Warner) टी20 वर्ल्डकप 2024 में आखिरी बार खेल रहे हैं. टेस्ट और वनडे फॉर्मेट से संन्यास ले चुके वॉर्नर इस टूर्नामेंट के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को पूरी तरह अलविदा कह देंगे. ऐसे में अपने आखिरी टूर्नामेंट को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. बाएं हाथ के बैटर वॉर्नर आक्रामक शॉट खेलकर स्कोर बोर्ड को गतिमान रखते हैं. मौजूदा टूर्नामेंट में एक पारी में सबसे ऊंचा स्ट्राइक रेट उनके नाम पर है. इंग्लैंड के खिलाफ ग्रुप मैच में वॉर्नर ने दो चौकों व चार छक्कों की मदद से महज 16 गेंदों पर 39 रनों (स्ट्राइक रेट 243.75) की ताबड़तोड़ पारी खेली. यह इस एडिशन का एक पारी का सबसे ऊंचा स्ट्राइक रेट हैं. टूर्नामेंट में वॉर्नर का बैटिंग परफॉरमेंस भी अच्छा ही रहा है, उन्होंने अब तक चार मैचों में 29 के औसत और 146.83 के स्ट्राइक रेट से 116 रन बनाए हैं जिसमें एक अर्धशतक शामिल है.
बॉलिंग में साउदी की इकोनॉमी सबसे बेहतर
बैटिंग में अगर वॉर्नर असरदार हैं तो बॉलिंग में न्यूजीलैंड के टिम साउदी (Tim Southee) ने ग्रुप मैचों में सबसे कंजूसीभरी गेंदबाजी करके छाप छोड़ी. दुर्भाग्यवश साउदी टूर्नामेंट के आगे के मैचों में नजर नहीं आएंगे क्योंकि कीवी टीम सुपर 8 में नहीं पहुंच सकी है. ग्रुप स्टेज के तीन मैचों में साउदी ने अपने कोटे के 12 ओवर में एक मेडन रखते हुए 36 रन देकर 7 विकेट लिए. उनका स्ट्राइक रेट 3.00 का रहा. अफगानिस्तान के खिलाफ न्यूजीलैंड टीम के प्रारंभिक मैच में साउदी प्लेइंग XI का हिस्सा नहीं थे. न्यूजीलैंड के भारतीय मूल के प्लेयर रचिन रवींद्र का स्ट्राइक रेट भी साउदी के समान 3.00 का है लेकिन उन्होंने तीन मैचों में केवल 3 ही ओवर फेंके हैं. रचिन ने तीन ओवर्स में 9 रन देकर दो विकेट हासिल किए.
12 दिन में टूटा 43 साल के सुबुगा का रिकॉर्ड, 33 वर्षीय फर्ग्यूसन ने तोड़ा
टी20 वर्ल्डकप में एक पारी में सर्वश्रेष्ठ इकोनॉमी का रिकॉर्ड 17 जून को उगांडा के 43 साल के ऑफ ब्रेक बॉलर फ्रेंक सुबुगा (Frank Nsubuga) ने बनाया था. पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ मैच में उन्होंने चार ओवर में दो मेडन रखते हुए 4 रन (इकोनॉमी 2.00) देकर 2 विकेट लिए. हालांकि सुबुगा का एक पारी में सर्वश्रेष्ठ इकोनॉमी का रिकॉर्ड 12 दिन में ही टूट गया. न्यूजीलैंड के 33 वर्ष के लॉकी फर्ग्यूसन (Lockie Ferguson) ने पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ मैच में अपने कोटे के चारों ओवर मेडन (इकोनॉमी 0.00) रखते हुए तीन विकेट लिए.यह टी20 वर्ल्डकप का अब तक का सर्वश्रेष्ठ इकोनॉमी का स्पैल है.
बैटिंग औसत में दूसरे नंबर पर बेरिंगटन
उम्रदराज प्लेयर्स के इस ग्रुप में स्कॉटलैंड के रिची बेरिंगटन (Richie Berrington) की बैटिंग को ज्यादा प्रशंसा नहीं मिली लेकिन उनके योगदान भी कम नहीं रहा है. स्कॉटलैंड का आईसीसी का फुल मेंबर न होना और इसके क्रिकेट को ज्यादा तवज्जो नहीं मिलना इसका कारण रहा. 37 साल के बेरिंगटन ने 4 मैचों की तीन पारियों में दो बार नाबाद रहते हुए 102 रन (औसत 102.00) बनाए. ग्रुप राउंड में बैटिंग औसत के मामले में अमेरिका के अरोन जोंस (141.00) के बाद बेरिंगटन दूसरे नंबर पर रहे. चार टी20 वर्ल्डकप के 18 मैचों में बेरिंगटन ने 32.41 के औसत से 389 रन बनाए हैं. स्कॉटलैंड टीम सुपर में स्थान नहीं बना सकी है.
बोल्ट, शाकिब और रसेल भी दिखा रहे चमक
न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट (Trent Boult), बांग्लादेश के शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) और वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल (Andre russel) ने भी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर साबित किया है कि उम्र महज एक नंबर है. 34 साल के बाएं हाथ के बॉलर बोल्ट इस वर्ल्डकप के बाद रिटायर होने का ऐलान कर चुके हैं. उन्होंने 4 मैचों में 6.55 के औसत और 3.68 की इकोनॉमी से 9 विकेट लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट से विदाई ली. 2007 से टी20 वर्ल्डकप का हिस्सा रहे 37 साल के शाकिब ने इस बार 4 मैचों में 30.66 के औसत से 92 रन बनाए हैं जिसमें एक अर्धशतक है. इस दौरान 2 विकेट भी उन्होंने हासिल किए हैं. इसी तरह मेजबान इंडीज टीम के 36 वर्षीय आंद्रे रसेल ने चार मैचों में तीन बार नाबाद रहते हुए 62 के औसत से 62 ही रन बनाए हैं और 14.00 के औसत में 5 विकेट लिए हैं.
टीम इंडिया की बात करें तो इसके तीन अनुभवी प्लेयर में से दो, 35 साल के विराट कोहली (Virat Kohli) व रवींद्र जडेजा (Ravindra jadeja) ग्रुप स्टेज में अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके हैं. कोहली ने तीन मैचों में कुल 5 रन बनाए हैं जबकि जड्डू का रनों और विकेटों का खाता अब तक नहीं खुला है. 37 वर्ष के रोहित शर्मा का प्रदर्शन भी अभी ऊंचाई नहीं छू सका है. वे आयरलैंड के खिलाफ पहले मैच के नाबाद 52 रन बनाने के बाद अगली दो पारियों में 13 और 3 रन ही बना पाए हैं. सुपर 8 राउंड में फैंस इन स्टार प्लेयर्स से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लगाए हैं