कुवैत की एक इमारत में भयंकर आग में जान गंवाने वाले 28 मलयाली समेत 45 भारतीयों की मौत ने सभी के दिलों को दहला दिया है. इस बिल्डिंग के मालिक एनबीटीसी ग्रुप (NBTC Group) ने प्रत्येक मृतक के परिवार को आपातकालीन सहायता के रूप में 8 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. साथ ही, कंपनी आर्थिक मदद के अलावा उनके आश्रितों को रोजगार और अन्य भत्ते देने भी देगी.
इससे पहले पीएम मोदी ने मृतक भारतीयों के परिवारों के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राहत की घोषणा की. इसके बाद एनआरआई कारोबारी और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के लुलु समूह प्रमुख एमए युसूफ अली ने मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की. केरल सरकार मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये देगी. नॉन रेजिडेंट केरलवासी मामले विभाग (एनओआरकेए) के सीईओ अजित कोलास्सेरी ने कहा कि मलयाली लोगों के शवों को उनके परिवारों तक ले जाने के लिए प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की जाएंगी.
एनबीटीसी ने यह ऐलान कुवैत के अमीर (शासक) के उन्हें तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए आदेश जारी करने के बाद आया है. कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबा ने इस बाबत मीडिया को बताया. अग्निकांड में मारे गए 24 मलयाली लोगों में से 22 की पहचान कर ली गई है. इस बाबत डीएनए टेस्ट जारी था. भारतीय वायुसेना का विमान मृतक भारतीयों का शव लेने के लिए गुरुवार को रवाना किया गया था जोकि आज भारत पहुंच गया है. विमान के आने के बाद अवशेष उनके राज्य की सरकारों के प्रतिनिधियों को सौंप दिए जाएंगे. कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस बल और एम्बुलेंस तैनात किए गए हैं.
मारे गए लोगों में केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के रहने वाले मजदूर थे. आग की भयानकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके धुएं से कइ लोगों के दम घुट गए और किसी ने जान बचाने की कोशिश में बिल्डिंग से छलांग लगा दी.