हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को कहा कि राज्य ने दिल्ली के लिए पानी छोड़ दिया है, लेकिन यह हरियाणा से होकर राष्ट्रीय राजधानी तक जाएगा।
उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले हिमाचल प्रदेश सरकार को राष्ट्रीय राजधानी के लिए 137 क्यूसेक अतिरिक्त जल छोड़ने का निर्देश दिया था और हरियाणा से कहा था कि वह पानी के प्रवह को सुगम बनाए।
सुक्खू ने बुधवार को यहां पत्रकारों से बातचीत मेंकहा, हमने पानी छोड़ दिया है। हमने वकीलों से कहा है कि वे इस बारे में शीर्ष अदालत को सूचित करें।” उन्होंने कहा कि पानी हरियाणा से होकर दिल्ली जाएगा और हमने अपना पानी नहीं रोका है।”
इस बीच हरियाणा में सिंचाई और जल संसाधन मंत्री अभय सिंह यादव ने कहा कि फिलहाल हिमाचल प्रदेश से पानी नहीं मिला है, इसलिए सत्यापन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।
एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, अगर हरियाणा को हिमाचल प्रदेश से पानी मिलता है तो वह तुरंत उसे दिल्ली की ओर भेज देगा। यादव ने दिल्ली सरकार के इस आरोप को खारिज किया कि हरियाणा राष्ट्रीय राजधानी के लिए पर्याप्त पानी नहीं छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य इस संबंध में न सिर्फ अपने दायित्वों को पूरा कर रहा है, बल्कि उससे भी अधिक कर रहा है।
यादव ने कहा कि हरियाणा की प्राथमिकता रही है कि राष्ट्रीय राजधानी के लिए जलापूर्ति में किसी भी प्रकार की बाधा ना आने पाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हरियाणा पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करता है, लेकिन इसके उपयोग और प्रबंधन की जिम्मेदारी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की है।