कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति की वापसी के भाजपा के दावे और खोखले दावे पिछले तीन दिनों में क्षेत्र में हुए तीन आतंकी हमलों से पूरी तरह उजागर हो गए हैं। कांग्रेस नेता और मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रभारी पवन खेड़ा ने भी इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया और दावा किया कि उनके पास पाकिस्तानी नेताओं को जवाब देने के लिए समय है, लेकिन क्रूर आतंकवादी हमलों की निंदा करने के लिए समय नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़बोलेपन और जम्मू-कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति की वापसी के खोखले दावे पूरी तरह से उजागर हो गए हैं। तथ्य यह है कि भाजपा ने कश्मीर घाटी में चुनाव लड़ने की जहमत भी नहीं उठाई, यह इस बात का प्रमाण है कि उनका नया कश्मीर है। खेड़ा ने एक बयान में कहा कि नीति पूरी तरह विफल है। उनकी टिप्पणी राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि के बीच आई है। खेड़ा ने दावा किया कि पिछले 10 वर्षों में, मोदी सरकार द्वारा जोर से छाती पीटने ने राष्ट्रीय सुरक्षा को हताहत बना दिया है। उन्होंने कहा कि जहां निर्दोषों को कायरतापूर्ण आतंकवादी हमलों का परिणाम भुगतना पड़ता है, वहीं व्यापार हमेशा की तरह जारी रहता है।
नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार शपथ ग्रहण कर रही थी, और राष्ट्राध्यक्ष देश का दौरा कर रहे थे, तब भारत को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में एक भयानक और भीषण आतंकवादी हमले का सामना करना पड़ा, जिसमें 9 बहुमूल्य जानें गईं और कम से कम 33 लोग मारे गए। आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से कटरा जा रहे तीर्थयात्रियों से भरी बस पर गोलीबारी की।