नई दिल्ली: अमेरिका और वेस्टइंडीज की सह मेजबानी में हो रहा टी 20 वर्ल्डकप 2024 (T20 world Cup 2024) मैचों के रिजल्ट से इतर कारणों को लेकर चर्चा में है. टूर्नामेंट के अब तक के एक दर्जन मैचों में से ज्यादातर में बने छोटे स्कोर और न्यूयॉर्क के विकेट के ‘अनईवन बाउंस’ ने फोकस टीमों/प्लेयर्स के प्रदर्शन के बजाय पिच के ‘नेचर’ पर केंद्रित कर दिया है. न्यूयॉर्क के नसाउ काउंटी इंटरनेशनल स्टेडियम की पिच की बात करें तो इसे ‘स्पोर्टिंग’ के बजाय ‘डेंजरस’ की श्रेणी में रखना उचित होगा. यहां अब तक हुए तीन मैचों में से दो न सिर्फ लोस्कोरिंग रहे बल्कि इस दौरान कई बार बॉल खतरनाक तरीके से उछलकर बैटरों के हेलमेट से टकराई. कुछ बैटर चोटिल भी हुए. कई जानकार तो इस पिच को टी20 वर्ल्डकप तो दूर, इंटरनेशनल मैच के आयोजन के लायक नहीं मानते हुए आईसीसी पर निशाना साध रहे हैं. पूर्व क्रिकेटरों ने भी न्यूयॉर्क के विकेट को ‘शर्मनाक’ माना है.
टी20 क्रिकेट को बैट्समैन गेम माना जाता है लेकिन न्यूयॉर्क में तो ऐसा कतई नहीं लगा. विकेट से बॉलर्स को मदद मिलती तो भी ठीक था लेकिन गेंद की अनियमित उछाल ने बैटरों के चोटिल होने की आशंका बढा दी है. भारत और आयरलैंड (India Vs Ireland) मैच के दौरान दोनों टीमों के कुछ बैटर को चोट लगी और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को तो जोश लिटिल की बॉल कंधे पर लगने के कारण रिटायर होना पड़ा. अन्य आयोजन स्थल की पिच खतरनाक तो नहीं लेकिन ‘स्लो’ और ‘डबल पेस’ वाली महसूस हुई हैं. ऐसे में ‘रन फीस्ट’ की उम्मीद लगाए फैंस को अब तक निराशा ही हाथ लगी है. संभवत: इसी कारण टी20 वर्ल्डकप को लेकर पूरी तरह माहौल अब तक नहीं बन पाया. टूर्नामेंट के किसी मैच में अब तक 200+ का स्कोर नहीं बन पाया है. यही नहीं, 150+ के स्कोर वाले मैच की संख्या भी कम ही है.
ऑस्ट्रेलियाई क्यूरेटर ने तैयार की न्यूयॉर्क की पिचें
टूर्नामेंट में बैटरों के संघर्ष और रनों के ‘अकाल’ के बीच न्यूयॉर्क की पिच तो ‘निराशाजनक’ ही साबित हुई हैं. बता दें, नसाउ काउंटी इंटरनेशनल स्टेडियम की पिच जाने-माने ऑस्ट्रेलियाई क्यूरेटर डेमियन हॉग (Damian Hough) की निगरानी में कुछ समय पहले ही तैयार हुई हैं. आरोप यह भी है कि इनकी गुणवत्ता की अच्छी तरह जांच किए बगैर इन्हें टी20 वर्ल्डकप के लिए उपयोग किया जा रहा है. इस पिच को लेकर किरकिरी के बाद आईसीसी (ICC) ने एडिलेड ओवल के क्यूरेटर हॉग को पिच में सुधार करने के निर्देश दिए हैं. बता दें, हॉग की देखरेख में टी20 वर्ल्डकप के लिए चार मुख्य पिचें और छह ड्रॉप-इन सरफेस फ्लोरिडा में तैयार करके न्यूयॉर्क लाई गई हैं.
न्यूयॉर्क को ही टी20 वर्ल्डकप के 9 जून के भारत और पाकिस्तान (India Vs Pakistan) के ‘महामुकाबले’ की मेजबानी करना है. इस हाईवोल्टेज मुकाबले के टिकट लाखों रुपये में बिके हैं और स्टेडियम हाउसफुल रहेगा.आईसीसी की सांस इस बात को लेकर फूली है कि अगर इस ‘हाईवोल्टेज’ मैच में भी विकेट ने ऐसा ही व्यवहार किया और बैटर चोटिल हुए तो उसकी इमेज धूल में मिल जाएगी.
‘बेहतर सरफेस देने के लिए कड़ी मेहनत कर रही ग्राउंड टीम’
क्रिकेट की शीर्ष संस्था आईसीसी ने पिच की क्वालिटी पर आलोचना और चिंता स्वीकार करते हुए हॉग की अगुवाई वाले ग्राउंड स्टाफ को ‘सुधार’ के निर्देश दिए हैं. बयान में कहा गया है, ‘T20 बिरादरी और आईसीसी यह मानती है कि नसाउ काउंटी स्टेडियम में अब तक उपयोग की गई पिचों पर वैसा प्रदर्शन नहीं हुआ है जैसा हम चाहते थे. विश्व स्तरीय ग्राउंड टीम स्थिति में सुधार और शेष मैचों में बेहतर सरफेस देने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है.. ‘ मजे की बात यह है कि एडिलेड ओवल के क्यूरेटर हॉग ने पिछले माह प्रोजेक्ट (पिच कंडीशन) को लेकर खुशी जताई थी. उन्होंने कहा था, ‘सब कुछ योजना के अनुसार चल रहा है और वे (पिच) अच्छी स्थिति में हैं. हमारे सभी बेंचमार्क और प्रयास उम्मीद के मुताबिक हैं. बैटर इस ग्राउंड में हर तरफ शॉट खेलने में सफल होंगे.’
स्लो आउट फील्ड..बमुश्किल बाउंड्री तक पहुंच रही बॉल
न्यूयॉर्क की पिच बैटरों के लिए ‘कठिन सवाल’ साबित हो ही रही है, रही-सही कसर स्लो आउटफील्ड ने पूरी कर दी है. यही कारण है कि यहां हो रहे मैचों में दर्शको को बेहद कम चौके ही देखने को मिले हैं. बैटर के जोरदार शॉट के बावजूद गेंद धीमी गति से सरकते-सरकते बाउंड्री तक पहुंच रही है , कई बार तो यह बाउंड्री के पहले ही रुक जाती है. खराब पिच और स्लो आउटफील्ड ने फैंस के खेल के मजे पर ‘दोहरी चोट’ पहुंचाई है.
अमेरिका में फ्लोरिडा, डलास और न्यूयॉर्क में हो रहे मैच
अमेरिका में टी20 वर्ल्डकप के मैच फ्लोरिडा, डलास और न्यूयॉर्क में हो रहे हैं. इसमें से फ्लोरिडा तो पूर्व में भी इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी कर चुका है लेकिन डलास और न्यूयॉर्क में इंटरनेशनल क्रिकेट के आयोजन का यह पहला मौका है. न्यूयॉर्क स्टेडियम के लिए हॉग की देखरेख में ड्रॉप-इन सरफेस फ्लोरिडा में तैयार करके न्यूयॉर्क लाए गए हैं. ड्रॉप इन सरफेस ऐसे सरफेस (पिच) हैं जो और कहीं तैयार होते हैं और बाद में इन्हें आयोजन स्थल तक पहुंचाया जाता है. इस तरह की पिच आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया में इस्तेमाल की जाती हैं. किसी अन्य स्थान पर तैयार किए जाने के बाद इन पिचों को स्टेडियम में ‘प्लेस’ किया जाता है.