भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नवनिर्वाचित सांसदों ने शुक्रवार को संसद के सेंट्रल हॉल में एक हाई-प्रोफाइल बैठक के दौरान सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपने संसदीय दल का नेता चुना और प्रधानमंत्री के रूप में उनका समर्थन भी किया। नरेंद्र मोदी को एनडीए सांसदों का नेता चुनने और उनके लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए बैठक सुबह करीब 11:30 बजे शुरू हुई। जेडी (यू) सुप्रीमो नीतीश कुमार, टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, जेडी (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी, जन सेना पार्टी के संस्थापक पवन कल्याण, एनसीपी प्रमुख अजीत पवार और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) नेता चिराग पासवान सहित एनडीए सहयोगियों के शीर्ष नेता मुख्य बैठक में उपस्थित रहे। यानी कुल मिलाकर कहें तो प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण का हर रास्ता क्लियर है और उसके लिए तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। राष्ट्रपति भवन में कुर्सियां लगनी शुरू हो गई है। यानी प्रधानमंत्री बनने के लिए नरेंद्र मोदी भी तैयार है और राष्ट्रपति भवन भी तैयार होना शुरू हो गया है। इसी जगह पर नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेकर अपना तीसरा कार्यकाल शुरू करेंगे। आजाद भारत में नरेंद्र मोदी नेहरू के बाद लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने वाले दूसरे व्यक्ति होंगे। लेकिन इससे पहले बहुत कुछ चल रहा है और ये बहुत कुछ बयां भी कर रहा है। 293 से एनडीए के नंबर रातोंरात 303 के आंकड़े पर पहुँच गए हैं। जो लोग एनडीए को तोड़ने के सपने देख रहे थे उन्हें ये सुनकर झटका लगने वाला है।
कैसे हुआ एनडीए 300 पार
एनडीए ने अपने नंबर में पढ़ लिए हैं और यह नंबर 293 का नहीं बल्कि 300 के अंक को पार कर चुका है। 17 ऐसे सांसद हैं जो कि ना एनडीए में हैं ना इंडिया में जिसमें से 7 निर्दलीय, 4 जगन मोहन की पार्टी से हैं और 1 बीजू जनता दल से है। इसके अलावा एआईएमआईएम से 1, वीपीपी का एक, जेडीपीएम का एक, एएसकेपीआर के अलावा बीएपी का एक। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से 10 सांसद एनडीए के साथ जुड़ गए हैं। जिसके बाद एनडीए का आंकड़ा 293 से 303 पहुँच गया है। ये दोनों पक्ष के लिए झटके के जैसा है जिन्हें ये लग रहा था कि 293 का आंकड़ा है और सरकार कभी भी गिर जाएगी। इंडिया अलायंस और चंद्रबाबू नायडू व नीतीश कुमार जिनकी बारगेनिंग पॉवर अब कम हो जाएगी।
INDIA से गिरा पहला विकेट
इंडिया गठबंधन का टूटना शुरू हो गया है। कांग्रेस पर आम आदमी पार्टी के मंत्री गोपाल राय का बड़ा बयान सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव तक ही कांग्रेस का साथ था। गोपाल राय ने कह दिया है कि दिल्ली का विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी अब अकेले लड़ेगी। ऐसे में पंजाब पहले ही इनका गठबंधन नहीं हुआ था अब दिल्ली में भी आपने कांग्रेस को टाटा बाय-बाय कह दिया है। केजरीवाल ने तो पहले ही कहा था कि कोई लव मैरिज थोड़ी ना हुई है कोई शादी थोड़ी ना हुई है। दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है और दिल्ली विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं होगा। यह निर्णय गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में मुख्यमंत्री के आवास पर आप दिल्ली के विधायकों के साथ हुई बैठक के निष्कर्ष के रूप में आया।
9 जून को शपथ ले सकते हैं नरेंद्र मोदी
देश में नए सिरे से एनडीए सरकार का गठन होगा। 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने बहुमत हासिल किया है। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में डाले गए मतों की गिनती के बाद भारतीय जनता पार्टी 272 के बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें पीछे रह गई। 2014 में सत्ता में आने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला। फिलहाल एनडीए सरकार का गठन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह 9 जून को होने की संभावना है।