मोदी 3.0 सरकार के गठन के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। कुमार का समर्थन एक महत्वपूर्ण समय पर आया है क्योंकि राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव दिख रहे हैं। कुमार ने विपक्षी इंडिया गुट पर भी तीखा कटाक्ष किया और उनकी एकता और एकजुटता पर सवाल उठाया। उन्होंने गुट के भीतर आंतरिक संघर्षों और स्पष्ट नेतृत्व दृष्टिकोण की कमी पर प्रकाश डाला, जो उनका मानना है कि सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ उनकी प्रभावशीलता को कम करता है।
नीतीश ने कहा कि बिहार के सभी रुके हुए काम होंगे। ये बहुत अच्छी बात है कि हम सब एक साथ आए हैं और हम सब आपके (पीएम मोदी) साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि आप रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन मैं चाहता था कि आप यह शपथ आज ही लें। जब भी आप शपथ लेंगे, हम आपके साथ होंगे... हम सब आपके नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे। उन्होंने इंडिया गठबंधन पर वार करते हुए कहा कि अगली बार जब आप आएं तो कुछ लोग जो इधर उधर जीत गया है, अगली बार सब हारेगा। हमको पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी गुट ने देश के लिए कोई काम नहीं किया। मैं हर वक्त पीएम मोदी के साथ रहूंगा। बिहार के सभी रुके हुए काम होंगे। यह बहुत अच्छी बात है कि हम सब एक साथ आए हैं और हम सब आपके (पीएम मोदी) साथ मिलकर काम करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री तथा जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेता के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम का समर्थन किया।
नायडू ने इस अवसर पर क्षेत्रीय आकांक्षाओं और राष्ट्रीय हितों का संतुलन बनाकर चलने की जरूरत बताई। राजग संसदीय दल की बैठक में सहयोगी दल जनता दल-सेक्यूलर के नेता एच डी कुमारस्वामी, शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजित पवार, हम (एस) के प्रमुख जीतन राम मांझी समेत अन्य सहयोगी नेताओं ने मोदी को राजग का नेता चुनने के वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह के प्रस्ताव का समर्थन किया।