भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप में धमाकेदार शुरुआत की. गेंदबाजों ने आयरलैंड को 100 रन के भीतर रोका. इसके बाद बैटर्स ने 13वें ओवर में ही लक्ष्य फतह कर लिया. लेकिन भारतीय टीम के बेहतरीन प्रदर्शन की खुशी तब चिंता में बदल गई जब कप्तान रोहित शर्मा को चोट लगी. रोहित चोट लगने के बावजूद खेलते रहे. उन्होंने चोट के बाद भी कुछ अच्छे शॉट्स लगाए, लेकिन ज्यादा देर तक नहीं. कुछ देर बाद ही उन्हें दर्द के कारण रिटायर होना पड़ गया.
रोहित शर्मा को जिस गेंद पर लगी, वह ऐसी लाइन-लेंथ पर थी, जिसे वे अक्सर बाउंड्री के पार भेजते हैं. लेकिन इस बार रोहित गच्चा खा गए. दरअसल, मार्क एडेयर की यह गेंद ऑफ स्टंप के बाहर पिच होने के बाद एंगल के साथ बाहर निकल रही थी. रोहित शर्मा इस गेंद के लिए पहले से ही तैयार थे. एडेयर ने जैसे ही गेंद फेंकी, वैसे ही रोहित ने खुद को शफल किया. वे अपना बायां पैर ऑफ स्टंप के बाहर ले गए और पुल शॉट लगाने की कोशिश की. लेकिन अनियमित उछाल वाली ड्रॉप-इन पिच ने धोखा दिया. गेंद उम्मीद से ज्यादा उछली और रोहित के दाईं बांह से जा टकराई.
रोहित शर्मा को एकबारगी कुछ समझ नहीं आया. वे शॉट खेलने की कोशिश में पूरी तरह घूम गए. दूसरी ओर गेंद बांह से टकराकर पॉइंट पर खड़े फील्डर के हाथों में समा गई. गेंद बैट से काफी दूर थी लेकिन आयरलैंड ने अति उत्साह में रीव्यू ले लिया. थर्ड अंपायर ने रीव्यू देखने के बाद रोहित को नॉटआउट देकर आयरलैंड की उम्मीद पर पानी फेर दिया.
रोहित शर्मा को चोट लगी थी और इसका बदला उन्होंने अगली दो गेंदों पर ही ले लिया. भारतीय कप्तान ने जोशुआ लिटिल की अगली दो गेंदों पर छक्का लगाया. रोहित ने चोट लगने के बाद 11 गेंदें खेलीं और उन पर 22 रन बनाए. इसके बाद जब उनका निजी स्कोर 52 रन था और भारतीय टीम जीत के करीब पहुंच चुकी थी, तब वे रिटायर्ड हर्ट होकर पैवेलियन लौट गए. रोहित ने 37 गेंद की अपनी पारी में 3 छक्के और 4 चौके लगाए.
रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा, ‘यह मामूली चोट है. मैने टॉस के वक्त ही कहा था कि पता नहीं ये पिच कैसी होगी. नया मैदान है. नया वेन्यू है. मुझे लगता है कि पिच अभी जमी नहीं है और गेंदबाजों की काफी मदद कर रही थी.’