लोकसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट सामने आ चुके हैं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बड़ा दल बनकर उभरी है, लेकिन उसे पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. हालांकि उसके नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को बहुमत मिल गया है. विपक्ष इसे नरेंद्र मोदी की हार बता रहा है. इस बीच बीजेपी के ही एक सांसद ने सवाल उठाए हैं और आरोप लगाए हैं कि किसी नेता ने भितरघात किया है.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव कहते हैं, ‘मैं उत्तर प्रदेश में बने मौजूदा राजनीतिक हालात से खुद को अलग नहीं कर पाया हूं. मुझे दुख है क्योंकि हमारी पार्टी को यूपी में कम से कम 75 सीटें मिलनी चाहिए थीं, हम कहां पीछे रह गए? हमारे पार्टी नेतृत्व को इस बारे में चिंतन करने की जरूरत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गांव, कस्बे और शहरों में उनके नाम की गूंज है. उन्होंने देश के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, उत्तर प्रदेश के संबंध में कई काम किए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने जन-जन तक अनेक लाभकारी योजनाएं पहुंचाई हैं. उसके बावजूद भी कहां चूक हुई इस पर गहराई से चिंतन करने की आवश्यकता है. भले ही हमारी कम सीटें आई हों, लेकिन लोगों का प्रधानमंत्री पर भरोसा है और एनडीए सरकार बनाएगी. पार्टी नेतृत्व को इस बात पर चर्चा करने की जरूरत है कि हर सीट पर क्या कारण रहे और हम क्यों हारे…अगर किसी विधायक या बड़े नेता ने भितरघात किया है तो उसने पार्टी के साथ विश्वासघात किया है.’
नायडू और नीतीश किंगमेकर
इधर, बीते दिन पीएम आवास पर हुई बैठक में टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू, बिहार के CM नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे सहित 14 दलों के 21 नेता शामिल हुए. इस बार चंद्रबाबू नायडू और सीएम नीतीश किंगमेकर बनकर उभरे हैं. बिहार से नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार में किसे मंत्री पद मिल सकता है, इसको लेकर चर्चा तेज है. संभव है कि इस बार नए-नए चेहरे नजर आ सकते हैं. खबर है कि JDU की नजर रेलवे-कृषि मंत्रालय के साथ बिहार के लिए विशेष पैकेज पर है. JDU मंत्रिमंडल में 3 पद की मांग रख सकता है. रेल मंत्रालय को लेकर चिराग पासवान और जेडीयू के बीच खींचतान भी हो सकती है क्योंकि चिराग पासवान भी दो मंत्री पद चाहते हैं. चिराग बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं.
केंद्र के पास कौन हैं बड़े मंत्रालय
वहीं जीतन राम मांझी भी मंत्री पद की मांग कर सकते हैं. ऐसे में बीजेपी के सामने बिहार से बीजेपी कोटे के एक या दो सांसद को ही मंत्री बनाने का विकल्प होगा. केंद्र सरकार के 10 सबसे ताकतवर और बड़े मंत्रालय- गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे, सूचना प्रसारण, शिक्षा, कृषि, सड़क परिवहन और सिविल एविएशन हैं. अकेले बहुमत होने से 2019 और 2014 में बीजेपी ने सभी बड़े विभाग अपने पास रखे थे. कई दूसरे छोटे दल, जो मोदी सरकार को समर्थन दे रहे हैं, वो भी मंत्री पद की राह देख रहे हैं.