अखिलेश यादव ने विपक्षी कार्यकर्ताओं को नजरबंद करने का आरोप लगाया है और उसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर सीसीटीवी क्लिप शेयर की है। सोमवार रात समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिला प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अवैध रूप से उनके घरों में नजरबंद कर रहा है, जिससे वे मतगणना में भाग नहीं ले पा रहे हैं।
अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर घटना की सीसीटीवी फुटेज शेयर करते हुए अखिलेश ने कहा कि विपक्षी कार्यकर्ताओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई बंद होनी चाहिए, और हिरासत में लिए गए लोगों को तुरंत रिहा करने को कहा।
उन्होंने कहा, माननीय सुप्रीम कोर्ट, @ECISVEEP (भारत का चुनाव आयोग), @CEOUP (मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश), पुलिस प्रमुख @dgpup @Uppolice को तुरंत इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि मिर्जापुर, अलीगढ़, कन्नौज के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस प्रशासन विपक्ष के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को अवैध रूप से नजरबंद (नजरबंद) कर रहा है, ताकि वे कल मतगणना में भाग न ले सकें।
उन्होंने आगे कहा, जब सभी राजनीतिक दल शांतिपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं, तो शासन को किसी भी अनैतिक कार्य से बचना चाहिए, जिससे जनता में आक्रोश भड़के। उम्मीद है कि पक्षपातपूर्ण जिलाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल हटाया जाएगा और मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगी। सपा प्रमुख ने उम्मीद जताई कि पक्षपातपूर्ण जिलाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को उनके पदों से हटाया जाएगा और मतगणना शांतिपूर्ण माहौल में होगी।