उत्तर प्रदेश में बड़ा उलटफेर होता दिखाई दे रहा है। शुरुआती रुझानों में उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन जबरदस्त तरीके से आगे है। वहीं, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को बड़ा झटका लगता हुआ दिखाई दे रहा है। शुरुआती रुझानों में अकेले समाजवादी पार्टी अपने दम पर उत्तर प्रदेश में 35 सीटों पर आगे चल रही है जबकि भाजपा सिर्फ 33 सीटों पर आगे है। यह अपने आप में चौंकाने वाली खबर है। हालांकि यह फिलहाल शुरूआती रुझान है। लेकिन कहीं ना कहीं यह सभी को चौका रहा है। अमेठी से स्मृति ईरानी पीछे चल रही हैं। आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ पीछे चल रहे हैं। यूपी में कांग्रेस 6 सीटों पर आगे चल रही है जबकि बसपा ने एक पर अपना बढ़त बनाए हुए हैं।
फैजाबाद सीट से बीजेपी पीछे चल रही है। यहां सपा के अवधेश कुमार लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। शुरुआती रुझानों में गाजीपुर लोकसभा सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी आगे हैं। वहीं सहारनपुर से कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद पहले राउंड की काउंटिंग के बाद आगे हैं। उत्तर प्रदेश की मेरठ सीट से अरुण गोविल पीछे चल रहे हैं। मैनपुरी सीटे सपा प्रत्याशी डिंपल यादव 11 हजार वोटों से आगे चल रही हैं। वहीं, अखिलेश यादव ने विपक्षी कार्यकर्ताओं को नजरबंद करने का आरोप लगाया है और उसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर सीसीटीवी क्लिप शेयर की है। सोमवार रात समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिला प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अवैध रूप से उनके घरों में नजरबंद कर रहा है, जिससे वे मतगणना में भाग नहीं ले पा रहे हैं।
अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर घटना की सीसीटीवी फुटेज शेयर करते हुए अखिलेश ने कहा कि विपक्षी कार्यकर्ताओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई बंद होनी चाहिए, और हिरासत में लिए गए लोगों को तुरंत रिहा करने को कहा। उन्होंने आगे कहा, जब सभी राजनीतिक दल शांतिपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं, तो शासन को किसी भी अनैतिक कार्य से बचना चाहिए, जिससे जनता में आक्रोश भड़के। उम्मीद है कि पक्षपातपूर्ण जिलाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल हटाया जाएगा और मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगी। सपा प्रमुख ने उम्मीद जताई कि पक्षपातपूर्ण जिलाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को उनके पदों से हटाया जाएगा और मतगणना शांतिपूर्ण माहौल में होगी।