लोकसभा चुनाव 2024 के महत्वपूर्ण नतीजों से एक दिन पहले भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। यह पहली बार है जब चुनाव निकाय ने चुनाव के बाद और परिणाम-पूर्व ब्रीफिंग आयोजित की हो। मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने मतदान प्रक्रिया में बुजुर्गों और महिला मतदाताओं की बड़ी भागीदारी की सफलता की कहानियों पर जोर दिया और कहा कि भारत ने लोकसभा में भाग लेने वाले 31.2 करोड़ महिलाओं सहित 64.2 करोड़ मतदाताओं के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। उसके आधे घंटे बाद ही हम EVM की गिनती शुरू कर देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश के इस आरोप पर कि केंद्रीय गृह मंत्री ने डीएम/आरओ (रिटर्निंग ऑफिसर) को फोन किया, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ऐसा कैसे हो सकता है?...क्या कोई उनको (डीएम/आरओ) प्रभावित कर सकता है? हमें बताएं कि यह किसने किया, हम उसको सज़ा देंगे...यह ठीक नहीं है कि आप अफवाह फैलाएं और सभी को शक के दायरे में ले आएं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, अगर पोस्ट पोल हिंसा कहीं भी होती है तो इसके लिए हमने पहली बार निर्णय लिया है कि MCC के बाद भी कुछ राज्यों में पैरामिलिट्री फोर्स रहेगी। हम बहुत जल्द जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू करेंगे। राजीव कुमार ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है। यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक कार्य के कारण हम कम पुनर्मतदान सुनिश्चित करते हैं - हमने 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे और 39 में से 25 पुनर्मतदान केवल 2 राज्यों में हुए थे।