जयपुर: राजस्थान में कहर बरपा रही गर्मी ने समूचे राज्य में जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. भीषण गर्मी के चलते पूरे प्रदेश में हीट स्ट्रोक के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. हालात यह है कि बीते 10 दिनों में हीट स्ट्रोक से प्रभावित मरीजों की संख्या 3800 तक पहुंच गई है. वहीं बीते आठ दिन में 55 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश के शहरों और ग्रामीण इलाकों में आए दिन लावारिस शव मिले रहे हैं. जयपुर और कोटा समेत कई जगह अस्पतालों के शवगृह लावारिस शवों से अटे पड़े हैं. बावजूद इसके सरकार ने इन्हें अभी तक गर्मी से मौत होना नहीं माना है.
राजस्थान में कई हिस्सों में तापमान 48 से 50 डिग्री के बीच चल रहा है. चूरू में यह मंगलवार को 50.5 डिग्री पहुंच गया था. इससे पहले फलौदी में 50 डिग्री तक चला गया था. इनके अलावा बाड़मेर, जैसलमेर, फलौदी, कोटा, बीकानेर, श्रीगंगानगर, डूंगरपुर और राजधानी जयपुर समेत कई शहर भट्टी की तरह तप रहे हैं. गर्मी के मारे लोग हलकान हो रहे हैं. कोटा और जयपुर समेत कई शहरों के पुटफाथ लाशें उगल रहे हैं. शहर-शहर, कस्बे-कस्बे में लावरिस शव मिलने की खबरें आ रही हैं.
गंभीर मरीजों को किया जा रहा है भर्ती
प्रांरभिक तौर पर चिकित्सक इन्हें हीट स्ट्रोक के केस बता रहे हैं लेकिन सरकारी स्तर पर इन्हें गर्मी से हुई मौत नहीं माना जा रहा है. पूरे प्रदेश में हीट स्ट्रोक और लू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की ओपीडी में लू, उल्टी और दस्त के मरीज अधिक आ रहे हैं. यहां केवल गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. शेष को प्राथमिक उपचार देकर गर्मी से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं.
तमाम प्रयासों के बावजूद हालात बेकाबू हो रहे हैं
हालांकि प्रदेश में दिन प्रतिदिन गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार अलर्ट मोड पर है. बिजली, पानी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की हुई है. अस्पतालों में हीट स्ट्रोक से प्रभावित मरीजों के लिए बैड आरक्षित रखें जा रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद दिन प्रतिदिन हालात बेकाबू होते जा रहे हैं.