ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि भाजपा मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाना चाहती है और मतदान प्रक्रिया में उनके लिए बाधा पैदा करना चाहती है। उनकी टिप्पणी तब आई जब भाजपा की दिल्ली इकाई ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को संपर्क किया और राष्ट्रीय राजधानी में मतदान के दौरान बुर्का पहने महिलाओं का उचित सत्यापन करने की मांग की।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा कि बीजेपी की दिल्ली इकाई ने चुनाव आयोग से कहा है कि बुर्के में महिलाओं की विशेष जांच होनी चाहिए। तेलंगाना में हाल के लोकसभा चुनाव के दौरान उनके उम्मीदवार ने सार्वजनिक रूप से मुस्लिम महिलाओं का अपमान और उत्पीड़न किया। भाजपा हर चुनाव में मुस्लिम महिलाओं को परेशान करने और निशाना बनाने का कोई न कोई बहाना ढूंढ ही लेती है। उन्होंने आगे कहा कि परदा-नशीन औरतों को लेकर निर्वाचन सदन के साफ़ कवाईद और ज़ाबते हैं, चाहे वो बुर्के में हों या घूंघट में हों या मास्क में, बिना तस्दीक/जांच के किसी को भी वोट देने नहीं दिया जाता है तो फिर भाजपा को ऐसी ख़ास मांग क्यों करनी पड़ी?
उन्होंने कहा कि बस मुस्लिम औरतों को निशाना बनाया जाए, उनको सताया जाए और उन्हें वोट देने में बाधा बनाया जाए। दिल्ली भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें विधायक अजय महावर और मोहन सिंह बिष्ट, प्रदेश सचिव किशन शर्मा और वकील नीरज गुप्ता शामिल हैं, ने बुधवार को दिल्ली के सीईओ से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मतदान के दिन दिल्ली में वोट डालने आने वाली बुर्का पहनने वाली महिला मतदाताओं के उचित सत्यापन की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले महावर ने कहा, जो लोग बुर्का या फेस मास्क पहनकर मतदान करने आते हैं, उन्हें पूरी जांच के बाद ही मतदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए। एक महिला अधिकारी या महिला पुलिस अधिकारी को उनके चेहरे की जांच करनी चाहिए।