उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां बंदरों ने एक महीने में 35 लाख रुपये की चीनी चट कर ली. हालांकि, जांचकर्ताओं के मुताबिक, इस मामले में 6 लोगों को जिम्मेदार माना गया है,जिन्होंने ऑडिट रिपोर्ट में यह बात कही है.उनसे पैसों की वसूली की जाएगी.
मामला दि किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड की ऑडिट रिपोर्ट से सामने आया है.इतनी बड़ी मात्रा में चीनी का बंदरों की ओर से खा जाना और बारिश से खराब होना घोटाले की ओर इशारा कर रहा था. पिछले दिनों इस मामले में जिला लेख परीक्षा अधिकारी, सहकारी समितियां और पंचायत लेखा परीक्षा ने दि किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड का ऑडिट किया गया था. ऑडिट के अंदर साथा चीनी मिल के 31 मार्च 2024 तक अंतिम स्टॉक की जांच की की गई.
इतनी कम हुई चीनी
रिपोर्ट के मुताबिक, 1 अप्रैल से अक्टूबर 2023 तक चीनी के स्टॉक का मिलान होता पाया गया. इसके बाद फरवरी 2024 में चीनी का स्टॉक 1538.37 कुंतल था, जो कि अगले महीने घटकर 401. 37 कुतंल हो गया. वहीं, ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, 1137 कुंतल चीनी बंदरों और बारिश की वजह से खराब हो गई थी. इसके अलावा मार्च महीने का स्टॉक जांच के लिए मिला ही नहीं. इस मामले में प्रबंधक,लेखाधिकारी समेत 6 लोगों को जिम्मेदार माना गया है. उनसे पैसों की वसूली होगी. इसकी रिपोर्ट गन्ना आयुक्त को भेजी गई है.
इन लोगों से पैसों की वसूली
सहकारी समितियां और पंचायत लेखा परीक्षा के सहायक लेखा परिक्षा अधिकारी विनोद कुमार सिंह ने रिपोर्ट में टोटल 1137 कुतंल चीनी वर्तमान अनुमानित बाजार मूल्य 3100 की दर से 35 लाख 24 हजार 700 रुपये की हानि संस्था को हुई है. इसके लिए प्रधान प्रबंधक राहुल यादव, मुख्य लेखाधिकारी ओमप्रकाश ओमप्रकाश, प्रबंधक रसायनविनोद एमके शर्मा, लेखाकार महीपाल सिंह, प्रभारी सुरक्षा अधिकारी दलवीर सिंह, गोदाम कीपर गुलाब सिंह को जिम्मेदार माना है. साथ ही गन्ना आयुक्त, उप निदेशक चीनी मिल संघ लखनऊ को भी रिपोर्ट भेजी गई है.