पश्चिम बंगाल के कांथी में जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी जी की सारी योजनाएं ममता बनर्जी रोक कर बैठी हैं। पीएम आवास योजना के अंतर्गत बिहार में 87 लाख पक्के घर बनें, जबकि बंगाल में सिर्फ 38 लाख घर बन पाए। जल जीवन मिशन से बिहार के 96% घरों में पानी पहुंचा, जबकि बंगाल में सिर्फ 39% घरों तक पानी पहुंचा। बंगाल घुसपैठियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया है। घुसपैठ का मुद्दा न केवल बंगाल बल्कि पूरे देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है। बंगाल में भाजपा की 30 सीटें आते ही, ये TMC खंड-खंड हो जाएगी और ममता दीदी की सरकार की विदाई हो जाएगी।
बंगाल में लगातार जनसांख्यिकी बदली जा रही है। ममता दीदी अपने वोट बैंक के लिए देश की सुरक्षा को दांव पर लगा रही हैं। यहां पंचायत के चुनाव हुए, जिनमें 200 से ज्यादा लोग मारे गए। मगर मैं आपसे कहना चाहता हूं कि इस बार आप मत डरना, क्योंकि 5 चरण के चुनाव में ममता के गुंडे किसी का बाल भी बांका नहीं कर पाए। बंगाल में राजनीतिक हिंसा ने यहां के लोकतंत्र को कमजोर कर दिया है। लेकिन मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप डरें नहीं, पिछले 5 चरणों के चुनाव में ममता दीदी के गुंडों की लोगों को छूने की हिम्मत तक नहीं हुई।
हमने चुनाव आयोग से चुनाव बाद सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात करने का अनुरोध किया है। ममता जी हार से बुरी तरह डरी हुई हैं। कल मुझे यहां पहुंचते ही पता चला कि शुभेंदु दा कर घर पर पुलिस ने रेड की है। ममता दीदी हम भाजपा वाले हैं, आपकी पुलिस से हम नहीं डरते। ये शुभेंदु अधिकारी जी का क्षेत्र है। मैं यहां कहकर जाता हूं कि ममता दीदी इनपर जितना अत्याचार करेगी, भाजपा शुभेंदु जी को उतना ही बड़ा आदमी बनाएगी। घुसपैठिये ममता दीदी का वोट बैंक हैं। ममता दीदी सीएए के कार्यान्वयन के खिलाफ खड़ी हैं क्योंकि वह अपने वोट बैंक से डरती हैं। प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ममता दीदी को भी दिया गया था। लेकिन वो प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या नहीं गई। वो इसलिए नहीं गई, क्योंकि वो अपने वोटबैंक से डरती हैं। 70 साल से कांग्रेस और TMC राम मंदिर को रोककर बैठे थे। आपने मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया, उन्होंने 5 साल में ही केस भी जीता, भूमिपूजन भी किया और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी।