आईपीएल ने भारत और दुनिया भर के क्रिकेटरों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच दिया है. टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने भी आईपीएल की तारीफ में कसीदे गढ़े हैं. साथ ही गंभीर ने उम्मीद जताई है कि यह लीग भारतीय युवाओं के लिए भारतीय टीम में शामिल होने को ‘शॉर्टकट’ माध्यम नहीं बनेगा. 42 वर्षीय गंभीर भारतीय टीम का का हेड कोच बन सकते हैं. बीसीसीआई ने गंभीर से संपर्क कर यह जानने की कोशिश की है कि क्या वह टीम इंडिया के कोच बनने को इच्छूक हैं. हालांकि उनके पास इंटरनेशनल स्टेज पर कोचिंग का कोई अनुभव नहीं है. गंभीर इस समय केकेआर के मेंटर हैं.
दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के ‘यूट्यूब’ कार्यक्रम ‘कुट्टी स्टोरीज विद ऐश’ पर गंभीर ने कहा, ‘मेरे लिए बड़ी चिंता यह है कि कितने युवा भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं. मुझे उम्मीद है कि आईपीएल भारत के लिए खेलने का शॉर्टकट (आसानी रास्ता) साबित नहीं होगा.’ कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के मेंटर ने माना कि आईपीएल से भारतीय क्रिकेटरों को फायदा हुआ है. आज के दौर में जब मैं अंतरराष्ट्रीय टी20 टीमों को देखता हूं और भारत के खिलाफ खेलने की बात आती है तो दो-तीन टीमों के अलावा मुझे ज्यादा टक्कर देने वाली टीमें नहीं दिखती है.’
भारत को 2011 वनडे विश्व कप के फाइनल अपनी शानदार बल्लेबाजी से जीत दिलाने वाले गंभीर की कप्तानी में केकेआर ने 2012 और 2014 में आईपीएल खिताब जीता है. बकौल गौतम गंभीर, ‘बहुत सी टीमें भारत की मजबूती की बराबरी नहीं कर सकती हैं. इसलिए, मुझे लगता है कि आज के समय आईपीएल अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट की तुलना में कहीं अधिक प्रतिस्पर्धी हो गया है. हमारे घरेलू खिलाड़ियों का स्तर बढ़ा है. वे जिस तरह से आईपीएल खेलना चाहते है, जिस तरह से वे टी20 क्रिकेट को लेकर तैयारी करते है मुझे लगता है कि उनका ज्यादा ध्यान टी20 क्रिकेट खेलने पर है.’ केकेआर ने गंभीर के मेंटर रहते इस सीजन आईपीएल के प्लेऑफ में जगह बनाई है.