दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कई मुसीबत में फंसे हुए हैं। एक तरफ उन्हें शराब घोटाले में राहत नहीं मिल रही है। वहीं दूसरी तरफ अब स्वाति मालीवाल मारपीट केस भी सुर्खियों में बना हुआ है। दिल्ली पुलिस का एक्शन बरकरार है तो वहीं विदेश से लिए हुए फंडिंग पर भी बड़ा खुलासा हो चुका है। जिसकी रिपोर्ट ईडी ने गृह मंत्रालय को सौंप दी है। लेकिन केजरीवाल का गोवा के सेवन स्टार होटल में जाना कैसे पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकता है, ये जानते हैं। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने गोवा के सेवन स्टार होटल में अरविंद केजरीवाल की मीटिंग को लेकर कोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। अरविंद केजरीवाल जिस होटल में रहते थे, उसका बिला अब आम आदमी पार्टी के लिए मुसीबत बन गई है। इसके साथ ही केजरीवाल की गिरफ्तारी पर भी बड़ा एक्शन लिया है। ईडी ने 17 मई को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी। जिसमें आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आरोपी बनाया गया। ईडी की चार्जशीट पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई कल से ही जारी है। लेकिन गोवा के होटल में जाना केजरीवाल की मुश्किलें इसलिए बढ़ा सकता है क्योंकि इसके सबूत ईडी के पास हैं।
हाल ही में केजरीवाल की गिरफ्तारी का बचाव करते हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एएस राजू ने कोर्ट में कहा कि एजेंसी के पास अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं और इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता ने एएसजी से पूछा कि सीएम केजरीवाल चुनाव से पहले गिरफ्तारी की कार्यवाही की आलोचना करने के हकदार हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ये भी पूछ सकते हैं कि ईडी ने गवाहों से उनके बारे में सटीक सवाल क्यों नहीं पूछे और कथित तौर पर काफी पहले उनकी संलिप्तता उजागर होने के बावजूद गिरफ्तारी में देरी क्यों हुई। इस पर राजू ने बताया कि एजेंसी ने प्रारंभिक जांच में केजरीवाल का नाम गवाहों के सामने रखा होता तो ये स्पष्ट रूप से दुर्भावना पूर्ण होता। राजू ने तर्क दिया कि अपने तरीके से जांच करना जांच अधिकारी का विशेषाधिकार है। इसमें समय लगता है और गवाहों के कहे की पुष्टि करनी होती है।
एएसजी राजू ने कहा कि हमारे पास सबूत है कि गोवा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल के ठहरने का पूरा खर्च चरणप्रीत सिंह ने चुकाया था। गोवा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल ग्रैंड हयात 7 स्टार के भव्य होटल में रुके थे। उस समय उनके होटल के बिल का कुछ हिस्सा दिल्ली सरकार के समान्य प्रसाशनिक विभाग द्वारा दिया गया था। एएसजी राजू ने कहा कि इसका बाकी हिस्सा चरणप्रीत सिंह द्वारा दिया गया था। चरणप्रीत सिंह वही व्यक्ति है जिसने नगदी प्राप्त की और ये उसके बैंक खातों से स्पष्ट है। इस नगदी का इस्तेमाल गोवा चुनाव के दौरान होटल में बिलों के भुगतान के लिए किया गया। हमें इसके दस्तावेजी सबूत भी मिले हैं।