कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि उसने कोलकाता में पश्चिम बंगाल कांग्रेस कार्यालय के बाहर बैनरों पर पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की तस्वीर पर स्याही पोतने के बाद कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की गंभीर पार्टी विरोधी गतिविधियों को गंभीर संज्ञान में लिया है। पोस्टर में बैनर पर खड़गे की विरूपित तस्वीर के बगल में तृणमूल कांग्रेस का एजेंट भी लिखा हुआ था। क बयान में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी इस तरह के अवज्ञा और अनुशासनहीनता के सार्वजनिक प्रदर्शन को बर्दाश्त नहीं करेगी और पश्चिम बंगाल के प्रभारी महासचिव को घोर अनुशासनहीनता के इन कृत्यों बारे में एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि हमारे संज्ञान में लाया गया है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कुछ अशोभनीय टिप्पणियां की हैं। कुछ उपद्रवियों द्वारा पश्चिम बंगाल कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगे होर्डिंग को भी तोड़ने की हरकत की गई है। इससे लाखों पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भावनाएं आहत हुई हैं। हम ऐसी गंभीर पार्टी विरोधी गतिविधियों को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अवज्ञा और अनुशासनहीनता के ऐसे सार्वजनिक प्रदर्शन को बर्दाश्त नहीं करेगी। पश्चिम बंगाल के प्रभारी महासचिव को तुरंत इन पर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया जाता है।
कांग्रेस प्रमुख द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगातार मौखिक हमलों के लिए अधीर रंजन चौधरी को फटकार लगाने के एक दिन बाद पोस्टरों पर खड़गे की तस्वीर को विरूपित कर दिया गया। खड़गे ने इस बात पर जोर दिया कि चौधरी यह निर्णय लेने वाले कोई नहीं थे कि क्या तृणमूल कांग्रेस को विपक्ष के नेतृत्व वाले भारत गुट का सदस्य होना चाहिए। पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से पांच बार के लोकसभा सांसद चौधरी पर खड़गे की टिप्पणी तब आई जब चौधरी ने पिछले हफ्ते कहा था कि बनर्जी पर भरोसा किया जा सकता है और वह भाजपा के साथ भी जा सकती हैं।