रांची: झारखंड कैश कांड में ईडी की टीम मंत्री आलमगीर आलम से आज लंबी पूछताछ करने वाली है. मंत्री आलमगीर आलम रांची स्थित ईडी (ED) दफ्तर पहुंच चुके हैं. पूछताछ की प्रक्रिया 11 बजे से शुरू हो चुकी है. लेकिन, मंत्री आलमगीर आलम समय से 20 मिनट पहले ही ईडी दफ्तर पहुंच गए थे. जानकारी के अनुसार आलमगीर आलम हाथ में कुछ कागजात लेकर पहुंचे हैं. ED ने उनको अपनी संपत्ति से संबंधित जानकारी लेकर आने को कहा था.
इस दौरान उन्होंने कहा कि ED के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं. ED ने एक दिन का ही समय दिया था. लेकिन, हम कानून को मानने वाले लोग हैं. इसलिए पूछताछ के लिए पहुंच गए हैं. मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ को लेकर ईडी दफ्तर के बाहर हलचल तेज हो गयी है. जानकारी के अनुसार मंत्री आलमगीर आलम से ईडी की पूछताछ देर शाम तक चल सकती है.
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें, मंत्री आलमगीर आलम के OSD संजीव लाल के करीबी के जांहगीर के घर से 35 करोड़ नकद पकड़ा गया था. बताया जा रहा है कि ये पैसा टेंडर में कमीशन से कमाया हुआ है. इस वक्त संजीव लाल और जहांगीर दोनों ED की रिमांड पर है. इसलिए यह संभावना भी है कि संजीव लाल और जहांगीर और मंत्री आलमगीर आलम को आमने-सामने बिठाकर कर भी कई सवाल पूछे जा सकते हैं. सूत्रों के अनुसार मंत्री आलमगीर आलम से उनके ओएसडी संजीव लाल के नौकर के घर इतना कैश कहां से आया इसको लेकर सवाल पूछा जा सकता है. वहीं इसके अलावा उनसे ओएसडी और उनके नौकर से जुड़े अन्य सवाल भी पूछे जा सकते हैं.
नोट गिनने के लिए मंगाई गई थीं 5 मशीनें
बता दें कि मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम को ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किया था. सर्च ऑपरेशन के दौरान जहांगीर आलम के घर से ईडी (प्रवर्तन निदेशालयल) को 35 करोड़ 23 लाख रुपये कैश मिले थे. बता दें कि छापेमारी के दौरान नोट गिनने के लिए करीब 5 मशीनें मंगाई गई थीं, जिसमें से एक खराब भी हो गई थी.
गौरतलब है कि आलमगीर के निजी सचिव के नौकर का वेतन महज 15 हजार रुपए है. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर एक 15 हजार की नौकरी करने वाले शख्स के पास इतने नोट कहां से आए? नोटों के जखीरे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसे शेयर करने वाले कई लोग यही सवाल उठा रहे हैं कि जब नौकर के यहां 25-30 करोड़ के नोट मिल रहे हैं तो उसके मालिक नोटों के कितने बड़े पहाड़ पर बैठे होंगे?