नई दिल्ली: आईसीसी टी20 वर्ल्डकप 2024 (ICC T20 World Cup 2024) का शुभारंभ 1 जून को अमेरिका और कनाडा के मैच के साथ होगा. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया (Team India) को इस बार खिताब का मजबूत दावेदार माना जा रहा है. टी20 वर्ल्डकप के इतिहास की बात करें तो अब तक 8 बार यह टूर्नामेंट आयोजित हो चुका है. वर्ष 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले टी20 वर्ल्डकप में टीम इंडिया चैंपियन बनी थी और रोहित शर्मा इसके सदस्य थे. भारतीय टीम अगर 2024 में चैंपियन बनती है तो रोहित शर्मा (Rohit Sharma) प्लेयर के बाद कप्तान के तौर पर भी यह टूर्नामेंट जीतेंगे. हालांकि यह सब आसान नहीं रहने वाला. हर कोई जानता है कि टी20 क्रिकेट का चरित्र ऐसा है कि इसमें एक-दो ओवर में ही खेल का रुख बदल जाता है और अपने ‘अनुकूल’ दिन कमजोर मानी जाने वाली टीम भी टी20 क्रिकेट के ‘पावरहाउस’ को हराने में सफल हो जाती है.
टी20 वर्ल्डकप 2024 में भारतीय टीम को 5 जून को आयरलैंड के खिलाफ मैच से अपने अभियान का आगाज करना है जबकि टीम का दूसरा मुकाबला 9 जून को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान (India Vs Pakistan) से होगा. वैसे तो टी20 वर्ल्डकप में भाग लेने वाली किसी टीम को आसानी से नहीं लिया जा सकता लेकिन न्यूजीलैंड और श्रीलंका की टीमें भारत के लिए अब तक सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी साबित हुई हैं. इन दोनों टीमों को टी20 वर्ल्डकप में भारत अब तक नहीं हरा सका है. दूसरी ओर,आईसीसी की फुल मेंबर टीमों में चार – बांग्लादेश, अफगानिस्तान, आयरलैंड और जिम्बाब्वे से टीम इंडिया अब तक नहीं हारी है.
न्यूजीलैंड से अब तक तीन मैच हुए, हर बार टीम इंडिया हारी
टी20 वर्ल्डकप में भारतीय टीम के लिए न्यूजीलैंड (New Zealand cricket Team) सबसे बड़ा खतरा साबित हुआ है. दोनों टीमें अब तक टूर्नामेंट में तीन बार आमने-सामने आ चुकी हैं और हर बार जीत कीवी टीम की हुई है. दोनों देशों के बीच टी20 वर्ल्डकप का पहला मुकाबला 16 सितंबर 2007 को खेला गया था जिसमें न्यूजीलैंड ने 10 रन से जीत हासिल की थी. इसके बाद 2016 और 2021 के एडीशन में हुए मुकाबले में भी बाजी कीवी टीम के हाथ लगी थी. 15 मार्च 2016 के मैच में न्यूजीलैंड ने 47 रनों और 31 अक्टूबर 2021 को हुए मैच में 8 विकेट से जीत हासिल की थी.
भारत ने श्रीलंका से दो मैच खेले, दोनों बार हारा
पड़ोसी मुल्क श्रीलंका (Sri Lanka cricket Team) को टी20 वर्ल्डकप में हराना भारत के लिए अब तक सपना ही है. दोनों टीमों के बीच टूर्नामेंट में दो बार मुकाबला हुआ है और दोनों ही बार श्रीलंका जीता है. पहली बार दोनों टीमें 2010 के टूर्नामेंट में ग्रास आइसलेट में आमने-सामने आईं और श्रीलंका ने 11 मई 2010 के मैच को 5 विकेट से अपने नाम किया. 2014 में दोनों के बीच बांग्लादेश के मीरपुर (टी20 वर्ल्डकप 2014 का फाइनल) में मुकाबला हुआ. इस बार भी श्रीलंका ने 6 विकेट से जीत हासिल की.
बांग्लादेश को चारों मैचों में हरा चुकी हमारी टीम
टी20 वर्ल्डकप में जहां न्यूजीलैंड और श्रीलंका से भारत कभी नहीं जीत पाया है, वहीं चार टीमें ऐसी हैं जिनसे हमारी टीम को इस टूर्नामेंट में कभी हार नहीं मिली है.आईसीसी के फुल मेंबर में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, आयरलैंड और जिम्बाब्वे कभी भी भारत को हरा नहीं पाए हैं. एशियाई देश बांग्लादेश से भारत का टी20 वर्ल्डकप में चार बार मुकाबला हुआ है और हर बार हमारी टीम जीती है. 2009 में नॉटिंघम में भारतीय टीम ने 25 रन, 2014 में मीरपुर में 8 विकेट, 2016 में बेंगलुरु में 1 रन और 2022 में एडिलेड में 5 रन (डकवर्थ-लुईस नियम) से जीत हासिल की थी.
अफगानिस्तान को अब तक के तीनों मैचों में पछाड़ा
एक अन्य पड़ोसी देश अफगानिस्तान से भारत का तीन बार मुकाबला हुआ है और हर बार अफगानी टीम को हार मिली है. भारतीय टीम का अफगानी टीम से पहला मुकाबला 2010 के टी20 वर्ल्डकप में ग्रास आइसलेट में हुआ जिसमें टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की. इसी तरह 2012 के टी20 वर्ल्डकप के अंतर्गत कोलंबो के मैच में टीम इंडिया ने 23 रन और 2021 के टी20 वर्ल्डकप के अंतर्गत अबूधाबी के मैच में 66 रन से जीत हासिल की थी
आयरलैंड और जिम्बाब्वे से सिर्फ एक बार हुई भिड़ंत
भारतीय टीम का टी20 वर्ल्डकप में आयरलैंड से अब तक केवल एक बार मैच हुआ है. 2009 में हुए इस मैच में टीम इंडिया ने 15 गेंद शेष रहते हुए 8 विकेट से जीत दर्ज की थी. जिम्बाब्वे के खिलाफ भी भारतीय टीम टी20 वर्ल्डकप में एक ही बार खेली है. 2022 में मेलबर्न में हुए मैच में भारतीय टीम ने 71 रनों से जीत दर्ज की थी.
टी20 वर्ल्डकप में भारतीय टीम का पाकिस्तान से 7 बार, दक्षिण अफ्रीका से छह बार, ऑस्ट्रेलिया से पांच बार जबकि इंग्लैंड व वेस्टइंडीज से 4-4 बार मुकाबला हुआ है. पाकिस्तान के साथ 7 मैचों में भारत पांच बार जीता जबकि एक मैच हारा है. दोनों मुल्कों का एक मैच टाई रहा था जिसमें भारतीय टीम ‘बॉल आउट’ में जीती थी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह मैचों में भारत का रिकॉर्ड चार जीत और दो हार का है जबकि वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत को तीन मैचों में हार और एक में जीत नसीब हुई है. इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम को चार मैचों में से दो में जीत और दो में ही हार मिली है जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों में भारतीय टीम के खाते में तीन जीत और दो हार आई हैं.