मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रत्येक चरण के मतदान के बाद पूर्ण मत प्रतिशत के आंकड़े तुरंत जारी करने की अपनी मांग को लेकर विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं के आज यानी शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मिलने की संभावना है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. हालांकि, पहले विपक्षी गठबंधन के नेताओं की चुनाव आयोग के साथ मुलाकात गुरुवार को होनी थी, मगर अब इसे बदलकर आज यानी शुक्रवार कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के नेता अपने प्रचार अभियान में भाजपा द्वारा कथित ‘धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल’ का मुद्दा भी उठाएंगे.
दरअसल, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों ने अब तक निर्वाचन आयोग को अलग-अलग पत्र लिखा है, जिसमें पहले दो चरणों के मतदान के आंकड़ों को जारी करने में कथित ‘देरी’ को लेकर चिंता व्यक्त की गई है. विपक्ष के आरोपों के बीच निर्वाचन आयोग ने दावा किया था कि मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद ‘डाले गए मतों की वास्तविक संख्या’ का बूथ-वार आंकड़ा उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है.
पिछले सप्ताह जारी एक बयान में निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा था कि वह मतदान के प्रत्येक चरण के बाद मतदान के आंकड़ों को समय पर जारी करने को ‘उचित महत्व’ देता है. उसने कहा कि न केवल निर्वाचन क्षेत्र, बल्कि मतदान की वास्तविक संख्या का बूथ-वार आंकड़ा भी उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतदान आंकड़ों में कथित ‘विसंगतियों’ के मुद्दे पर विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखा था. अपने पत्र में, खरगे ने ‘इंडिया’ के नेताओं से इस मुद्दे पर सामूहिकता, एकजुटता के साथ स्पष्ट रूप से अपनी आवाज उठाने का आग्रह किया.
निर्वाचन आयोग ने आधिकारिक तौर पर 30 अप्रैल को, लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में हुए मतदान का आंकड़ा साझा किया. आयोग के आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. मंगलवार को हुए तीसरे चरण के मतदान के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा बुधवार रात 10 बजे तक के अपडेटेड आंकड़ों के मुताबिक, 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ
निर्वाचन आयोग द्वारा सोमवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में मतदान प्रतिशत के आंकड़ों के साथ हर सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या भी शामिल थी. विभिन्न विपक्षी दलों ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं के भाषणों को लेकर भी निर्वाचन आयोग से संपर्क किया और आरोप लगाया है कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है. विपक्षी दलों के साथ-साथ भाजपा द्वारा की गई शिकायतों के आधार पर निर्वाचन आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन पर नोटिस जारी किया था.