कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक राधिका खेड़ा मंगलवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हो गईं। उन्होंने आरोप लगाया था कि छत्तीसगढ़ के पार्टी नेताओं ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया, उन्होंने कहा कि उन्हें राम भक्त होने की सजा दी गई। बीजेपी में शामिल होने के बाद खेड़ा ने कहा कि रामभक्त होने के नाते, रामलला के दर्शन करने के कारण कौशल्या माता की धरती पर मेरे साथ जिस तरह से दुर्व्यवहार किया गया, अगर मुझे भाजपा सरकार, मोदी सरकार का संरक्षण नहीं मिला होता तो मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता।
खेड़ा ने साफ तौर पर कहा कि आज की कांग्रेस महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं है, यह राम विरोधी, हिंदू विरोधी कांग्रेस है। अभिनेता शेखर सुमन, जो आज भाजपा में शामिल हुए, ने कहा, कल तक मुझे नहीं पता था कि मैं आज यहां बैठूंगा क्योंकि जीवन में कई चीजें जाने-अनजाने में होती हैं। मैं बहुत सकारात्मक सोच के साथ यहां आया हूं और मैं भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे यहां आने का आदेश दिया। आपको बता दें कि शेखर सुमन भी पटना साहिब से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।
कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद राधिका खेड़ा ने सोमवार को आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के पार्टी नेताओं ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। खेड़ा ने दावा किया कि उन्हें ‘‘रामभक्त’’ होने की सजा दी गई। कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाते हुए रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। खेड़ा ने दावा किया कि उन्होंने यह मुद्दा पार्टी नेताओं के समक्ष उठाया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। खेड़ा ने यहां एक प्रेसवार्ता में आरोप लगाया, ‘‘मुझे इस बात का एहसास ही नहीं हो सका कि मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है। मैं लोकसभा चुनाव के लिए मीडिया प्रभारी थी लेकिन मुझे लगातार अपमानित किया जा रहा था।’’