जनता दल-यूनाइटेड के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव पर व्यक्तिगत कटाक्ष करने के कुछ घंटों बाद, उनके बेटे और पार्टी नेता तेजस्वी यादव ने पलटवार किया। कटिहार में एक रैली में लालू यादव पर नीतीश कुमार के कटाक्ष के बाद मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि व्यक्तिगत टिप्पणी करने से बिहार में लोगों को मदद नहीं मिलेगी। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपने बयान में आगे नीतीश कुमार को अपना अभिभावक बताते हुए कहा, वह जो कुछ भी कहते हैं वह हमारे लिए आशीर्वाद है।
पलटवार में तेजस्वी यादव ने कहा कि वह हमसे कुछ भी कह सकते हैं। वह जो भी कहते हैं वह मेरे लिए आशीर्वाद की तरह है... लेकिन बात यह है कि क्या ऐसी व्यक्तिगत टिप्पणियों से बिहार के लोगों को फायदा होगा? चुनाव में मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। उनके लिए ऐसे भाषण कौन लिख रहा है? उन्हें शिक्षा, रोजगार और पलायन रोकने पर बोलना चाहिए। तेजस्वी ने अपने पलटवार में यह भी कहा कि कहा कि आजकल नीतीश कुमार नहीं बोलना चाहते हैं, लेकिन उनसे बुलवाया जा रहा है।
राजद नेता ने दावा किया कि जो लोग उनसे बुलवा रहे हैं उन्हें हम बता दें बाबा साहेब अंबेडकर 14 भाई-बहन थे, नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी 14 भाई-बहन थे, मुख्यमंत्री भी 5 भाई-बहन हैं, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 7 भाई-बहन थे, पीएम मोदी 6 भाई-बहन हैं और गृह मंत्री अमित शाह 7 भाई-बहन हैं। लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती ने कहा कि अब चाचा (नीतीश कुमार) के लिए मैं क्या कहूं. बिहार की जनता देखेगी कि राज्य के मुख्यमंत्री क्या कहना चाह रहे हैं। हम उसके बारे में क्या कहें. जब पीएम मोदी ने वंशवाद की राजनीति पर बोलना बंद किया तो चाचा ने बोलना शुरू कर दिया।
नीतीश ने कहा था कि आजकल कुछ लोग हर चीज़ पर दावा करते हैं। जब उन्हें हटाया गया तो उन्होंने अपनी पत्नी को नियुक्त किया। अब, इन दिनों यह उनके बच्चे हैं। अपने तंज भरे लहजे में नीतीश ने कहा कि अब पैदा तो बहुत कर दिया। इतना ज्यादा पैदा करना चाहिए किसी को, बाल बच्चा?... अब उन्होंने अपने बेटे, बेटियों और सभी को इसमें शामिल कर लिया है। वे हर जगह कुछ न कुछ कहते रहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि आप पुरानी बातें भूल जाते हैं इसलिए मैं सबको बताना चाहता हूं कि कोई काम नहीं होता था। लोग बाहर नहीं निकल सकते थे, सड़कें या शिक्षा नहीं थी।