कोलकाता: इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जीतने की उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए विराट कोहली की टीम रविवार को टॉप फॉर्म में चल रही गौतम गंभीर की टीम का सामना करेगी. हार दर हार से आजिज आ चुकी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को बखूबी पता है कि अब किसी चूक की गुंजाइश नहीं है लिहाजा रविवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में उसे हर हालत में अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
सात मैचों में से छह हार के बाद आरसीबी का पहला आईपीएल खिताब जीतने का सपना टूटता नजर आ रहा है. लगातार पांच हार के बाद आरसीबी अंकतालिका में सबसे नीचे है और प्लेआफ की उम्मीदें बनाये रखने के लिये उसे बाकी सातों मैच जीतने होंगे. आरसीबी की कमजोर कड़ी उसके गेंदबाज साबित हुए हैं और टीम पूरी तरह से विराट कोहली, फाफ डु प्लेसी और दिनेश कार्तिक की बल्लेबाजी पर निर्भर रही है. ऐसे में केकेआर की चुनौती उसके लिये काफी कठिन होगी.
सनराइजर्स हैदराबाद ने आरसीबी के खिलाफ ही टूर्नामेंट का सर्वोच्च स्कोर तीन विकेट पर 287 रन बनाया था. ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल भी फॉर्म के लिए जूझ रहे हैं जिन्होंने मानसिक थकान का हवाला देकर सनराइजर्स के खिलाफ नहीं खेला. उनके बाद बल्लेबाजी में टीम कोहली, डुप्लेसी और कार्तिक पर ही निर्भर है. कोहली 72.20 की औसत से 361 रन बना चुके हैं लेकिन 135 का स्ट्राइक रेट चिंता का विषय है. वह सातवें से 15वें ओवर के बीच स्पिनरों के सामने तेजी से रन नहीं बना पा रहे. कार्तिक ने 205 से अधिक की औसत से 226 रन बनाये हैं. सनराइजर्स के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 35 गेंद में 83 रन बना डाले थे.
इन तीनों का सामना अब सुनील नारायण, मिचेल स्टार्क और हर्षित राणा जैसे गेंदबाजों से है. केकेआर को पिछले मैच में आखिरी गेंद पर राजस्थान रॉयल्स ने हराया था. केकेआर ने आरसीबी की तुलना में एक मैच कम खेला है और उसकी नजरें जीत की राह पर लौटने पर लगी होगी. नारायण ने सिर्फ स्पिन गेंदबाजी ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी के जौहर भी दिखाये हैं. उन्होंने रॉयल्स के खिलाफ पिछले मैच में पहला टी20 शतक जमाया. उनका स्ट्राइक रेट उनके पास रिंकू सिंह और आंद्रे रसेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज भी हैं.