मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पटाखा कारखाने में तीन दिन पहले हुए विस्फोट को लेकर राज्य मानवाधिकार आयोग ने शुक्रवार को प्रशासन से जवाब तलब किया। इस घटना में एक मजदूर की मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य श्रमिक बुरी तरह झुलस गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि मीडिया की खबरों के आधार पर संज्ञान लेकर आयोग ने मानवाधिकार के कथित उल्लंघन के इस मामले में इंदौर के जिलाधिकारी से तीन सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है।
उन्होंने बताया कि आयोग ने प्रशासन से यह भी पूछा है कि पटाखा कारखाना विस्फोट में घायल मजदूरों के इलाज के लिए क्या कदम उठाए गए हैं? चोइथराम हॉस्पिटल के एक अधिकारी ने बताया कि पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में गंभीर रूप से झुलसे दो मजदूरों की हालत स्थिर बनी हुई है, लेकिन वे खतरे से बाहर नहीं हैं।
इंदौर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर जंगली इलाके में एक खेत में चलाए जा रहे कारखाने में 16 अप्रैलको रस्सी बम बनाए जाने के दौरान विस्फोट हुआ था। प्रशासन की शुरुआती जांच में सामने आया था कि इस कारखाने में एक बार में केवल 15 किलोग्राम बारूद जमा कर रखने की मंजूरी दी गई थी, लेकिन वहां इससे काफी ज्यादा मात्रा में बारूद जमा करके रखा गया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पटाखा कारखाने का संचालक मोहम्मद शाकिर खान धमाके के बाद फरार हो गया था जिसे इंदौर शहर से 17 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था।